ग्वालियर-चंबल से भोपाल तक चढ़ने लगा सियासी पारा
भोपाल
लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा की व्यापक तैयारियां चल रही है, वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की यात्रा को लेकर कांग्रेस भी तैयारियों में जुटी है। दोनों ही दल अपने-अपने सियासत को मजबूत करने के लिए मुरैना से लेकर भोपाल तक सक्रिय हैं। भोपाल में जहां मंगलवार को प्रदेश दफ्तर में भाजपा चुनाव समिति की बैठक होने जा रही है, 23 लोकसभा सीटों पर रायशुमारी की रिपोर्ट पर इसमें चर्चा होगी। वहीं भोपाल लोकसभा क्षेत्र को लेकर भी रायशुमारी हुई, जिसमें चौकाने वाले नाम सामने आए हैं। इधर मुरैना में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लोकसभा चुनाव को लेकर बैठक कर रहे हैं। वहीं जीतू पटवारी भी मुरैना में हैं, वे राहुल गांधी की यात्राओं की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं।
प्रदेश की 23 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी चयन को लेकर मंगलवार शाम को प्रदेश भाजपा दफ्तर में अहम बैठक होने जा रही है। प्रदेश भाजपा की चुनाव समिति की बैठक में तीन-तीन नामों के पैनल पर विचार किया जाएगा। इस बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित समिति के अन्य सदस्य मौजूद रहेंगे। इस बैठक से पहले सभी लोकसभा सीटों से तीन-तीन नाम का पैनल प्रदेश चुनाव समिति को भेजा गया है। मंगलवार सुबह तक सभी लोकसभा क्षेत्रों में रायशुमारी कर ली गई है। इससे पहले भी चुनाव समिति की दो बार बैठक बार बैठक हो चुकी है, लेकिन मंगलवार को होने वाली बैठक प्रत्याशी चयन को लेकर अहम मानी जा रही है।
इधर प्रदेश भाजपा दफ्तर में भोपाल लोकसभा क्षेत्र की रायशुमारी हुई। इस रायशुमारी में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं खजुराहो से सांसद वीडी शर्मा का नाम रायशुमारी में भोपाल लोकसभा क्षेत्र के लिए सामने आया है। भोपाल जिला कांग्रेस के अध्यक्ष सुमित पचौरी का नाम भी इस राय शुमारी में यहां से सामने आया है। यहां पर तीन नामों का पैनल बनाया जा रहा है। इसमें लिए भोपाल और सीहोर के पार्टी पदाधिकारियों से नाम भी लिए गए। जिसमें वीडी शर्मा का नाम सबसे ज्यादा पदाधिकारियों ने लिया। शर्मा के बाद पचौरी का नाम भी रायशुमारी में दूसरे नंबर पर रहा।
माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश में मार्च के पहले ही सप्ताह में छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से भाजपा अपने उम्मीदवार का नाम का ऐलान कर देगी। ये ठीक उसी तर्ज पर होगा, जैसा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सबसे पहले हारी हुई 39 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए थे। भाजपा की 29 फरवरी को दिल्ली में होने जा रही केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में सबसे पहले देश की हारी हुई सीटों पर सबसे पहले प्रत्याशी चयन को लेकर चर्चा करेगी। इसमें मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा लोकसभा सीट भी शामिल रहेगी। इसलिए यह माना जा रहा है कि पार्टी सबसे पहले छिंदवाड़ा के प्रत्याशी का ऐलान कर सकती है।
इसलिए छिंदवाड़ा इतना अहम
यह सीट पर भाजपा 27 साल से नहीं जीत सकी है। यहां पर भाजपा एक बार ही जीती है, 1996 के आम चुनाव के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में यहां से भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा चुनाव जीते थे। इसके बाद से 1998 में हुए आम चुनाव में वापस से यह सीट कमलनाथ ने जीत ली थी। तब से लेकर अब तक इस सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा है। भाजपा लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी सीट जीतकर मिशन 29 को पूरा करने के लिए इस सीट पर सबसे ज्यादा जोर दे रही है। यहां पर कैलाश विजयवर्गीय, विनोद गोटिया, कविता पाटिदार रायशुमार कर चुके हैं। रायशुमारी की रिपोर्ट प्रदेश संगठन के जरिए दिल्ली भेजी जा चुकी है। वहीं यहां पर केंद्रीय संगठन ने भी अपना सर्वे कराया है। इसके अलावा यहां पर आरएसएस ने भी सर्वे कराया है। इन सभी सर्वो पर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चर्चा होगी। इसके बाद इस सीट पर उम्मीदवार का चयन किया जाएगा।
इन सीटों पर भी चर्चा संभव
वहीं उन लोकसभा सीटों पर भी उम्मीदवार चयन को लेकर चर्चा होगी, जो विधानसभा चुनाव के बाद खाली हो गई है। इसमें मुरैना, सीधी, दमोह, नर्मदापुरम और जबलपुर लोकसभा सीट पर उम्मीदवार के चयन को लेकर भी इस बैठक में चर्चा हो सकती है। इस बैठक में प्रदेश की इन 5 सीटों पर भी इसी बैठक में उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगने की संभावना है। गौरतलब है कि मुरैना सांसद नरेंद्र सिंह तोमर, सीधी सांसद रीति पाठक, दमोह सांसद प्रहलाद पटेल, नर्मदापुरम सांसद राव उदय प्रताप सिंह और जबलपुर सीट सांसद राकेश सिंह अब विधायक बन चुके हैं।