रायपुर
वर्ष 2020-23 तक प्रदेश में गो धन न्याय योजना में हुई गोबर खरीदी और पैरा परिवहन की विधानसभा की प्रश्न संदर्भ समिति से जांच कराने की घोषणा संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भाजपा के विधायक व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के द्वारा उठाए गए प्रश्न के जवाब में किए।
चंद्राकर ने पूछा कि गोबर खरीदी और पैरा खरीदी की दर और दर तय करने की प्रक्रिया जाननी चाही? कृषि मंत्री रामविचार नेताम की जगह जवाब दे रहे अग्रवाल ने बताया कि गोबर खरीदी और परिवहन 14-15 वें वित्त आयोग और गो धन न्याय योजना मद से की गई। पैरा खरीदा नहीं दान में मिला था। अजय ने अपने प्रश्न को सुधारते हुए कहा कि दान में मिले 45 लाख पैरे के तलाई, परिवहन में कितनी राशि खर्च की गई। मंत्री ने बताया कि परिवहन के लिए खर्च का प्रावधान योजना में शामिल था। चंद्राकर के वर्ष वार परिवहन व्यय पूछने पर मंत्री ने कहा कि वर्ष 21-22, 22-23 में कुल 53.6 करोड़ रूपए खर्च किए गए। अजय ने पूछा कि ये 53 करेड़ किस मद में से दिए गए। मंत्री ने कहा 14-15 वे वित्त आयोग से। यह राशि हर गोठान को, प्रबंधन के लिए 40,30 हजार रूपए के मान से दिए गएथे। उसी में से परिवहन के लिए खर्च किए। चंद्राकर ने आपत्ति की कि वित्त आयोग की राशि को गोठान समिति को नहीं दिया जा सकता।
उन्होंने पूछा कि किसी एक जिले की एक पंचायत का नाम बताइए कि जिसे गो धन न्याय योजना मद से राशि दी गई है। मंत्री अग्रवाल ने कहा कि एक नहीं सभी जिलों को भुगतान किया गया है। अजय ने कहा कि उत्तर के परिशिष्ट में तो तीन जिले बताए हैं। मंत्री ने कहा कि वित्त आयोग में रखरखाव या एक मद होता है उससे और एक आबध्द मद की 10 फीसदी राशि से भुगतान किया गया। अजय ने फिर प्रश्न उठाया कि पैरा परिवहन वित्त आयोग मद से नहीं किया जा सकता। केवल पंचायत की संपत्ति का रखरखाव किया जा सकता है। दिसंबर को सत्र के एक उत्तर में बताया गया था कि सेस की राशि से परिवहन बताया गया था।
मंत्री ने कहा कि गो धन न्याय योजना में परिवहन किया जा सकता है। उसी मद से 53 करोड़ दिए गए। इस पर अजय ने असत्य उत्तर कहा तो स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि संतुष्ट नहीं है तो चर्चा के दूसरे विकल्प भी हैं। अजय ने कहा कि चार दिन की सत्रावधि शेष है। आप स्वीकीरें तो आधे घंटे की चर्चा करा लें। मंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना के पैसे से ट्रैक्टर, अन्य छोटी गाडि?ों से परिवहन हुआ है। इन्हें 285-1000 रूपए तक परिवहन व्यय दिया गया।
अजय ने कहा कि पैरा ढुलाई को उत्तर से छिपाया गया है। जांच कराएंगे क्या, विधायकों या अन्य समिति से। क्योकिं 45 लाख टन की ढुलाई राग जो में हुई है। मंत्री बृजमोहन ने कहा कि निश्चित रूप से यदि चंद्राकर को भ्रष्टाचार लग रहा है तो वरिष्ठ अधिकारियों की समिति से जांच की घोषणा करता हूं। अजय ने असहमति जताते हुए कहा कि यह सब अधिकारियों का ही किया धरा है, भले आज इन अधिकारियों का विभाग बदल गया हो। इस पर मंत्री अग्रवाल ने प्रश्न संदर्भ समिति से जांच कराने की घोषणा की। अग्रवाल ने लता उसेंडी द्वारा कोंडागांव और प्रदेश में गोबर खरीदी में हुए भ्रष्टाचार को लेकर हुए प्रश्न के उत्तर में भी इस खरीदी को भी संदर्भ समिति के जांच में शामिल करने की घोषणा की।