रागिनी को नहीं मिला गोविंदा की भांजी होने का फायदा
मुंबई
रागिनी खन्ना 90 के दशक के सुपर स्टार गोविंदा की भांजी हैं। हालांकि रागिनी ने एक्टिंग में अपनी जगह जरूर बनाई है, लेकिन कई लोगों को ऐसा भी लगता है कि उन्हें गोविंदा की वजह से प्रोजेक्ट्स मिले हैं। हाल ही में रागिनी ने इस बात पर चुप्पी तोड़ी। गोविंदा के नक्शेकदम पर चलकर उनकी भांजी इस इंडस्ट्री का हिस्सा तो बन गईं, लेकिन बड़ा मुकाम नहीं हासिल कर पाईं।
सिद्धार्थ कानन को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि गोविंदा के स्टारडम से उन्हें कोई फायदा नहीं मिला। रागिनी ने कहा- वो बहुत बड़े स्टार हैं। सबसे पहले तो मैं उनकी बेटी नहीं हूं। हां, मैं टीना आहूजा (गोविंदा की बेटी), यश आहूजा (गोविंदा के बेटे) से काफी प्यार करती हूं। हम दोस्त भी हैं। लेकिन जब आप काम पर जाते हैं, तो वैसे नहीं देखे जाते हैं। अगर आप टीना और यश को बोल दीजिए कि वो दोनों टीवी के प्रोजेक्ट्स के लिए काम करें, तो वो नहीं करेंगे। वहीं रागिनी के साथ चीजें अलग हैं। क्या आपको दोनों में फर्क समझ आया? मैं चाहती हूं कि ये बदले। फिल्मों के लिए टेलीविजन हमेशा पीछे क्यों रहता है? रागिनी ने कहा कि वो गोविंदा के परिवार और चचेरे भाई अभिषेक कृष्णा और आरती सिंह के साथ भी अच्छा बॉन्ड शेयर करती हैं। उन्होंने बताया कि फेस्टिवल के मौकों पर वे उनसे मिलती हैं। उन्होंने कहा- हम बाहर रेस्टोरेंट नहीं जाते।
दरअसल ऐसा पहली बार कोविड के वक्त हुआ था जब मैं चीची मामा (गोविंदा) से चार साल तक नहीं मिल पाई थी। नहीं तो, मैं अक्सर उनके घर जाती हूं। सुनीता मामी (गोविंदा की वाइफ) के साथ हर फंक्शन, हर दिवाली, जन्मदिन पर हम बातें करते हैं। रागिनी ने गोविंदा और कृष्णा के झगड़े के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा- मैं किसी के झगड़े में नहीं पड़ती हूं। मैं कोई नहीं होती किसी के बारे में कुछ कमेंट करने वाली। पर हां मैंने दोनों से इतना जरूर कहा था कि घर की बात मीडिया में नहीं आनी चाहिए। रागिनी खन्ना ने टीवी सीरीयल ‘ससुराल गेंदा फूल’ से पॉपुलैरिटी हासिल की थी। इसके बाद वे कई रियलिटी शोज में भी नजर आईं। वे ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ के कुछ एपिसोड में भी दिखाई दी थीं।