यूपी में तेजी से बढ़ रहा कोरोना, 56 जिलों तक पहुंचा संक्रमण, 163 नए मरीज मिले
लखनऊ
उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे में ही 163 नए मरीज मिले हैं। सबसे ज्यादा 47 मरीज गौतमबुद्ध नगर में मिले हैं। लखनऊ में 24, वाराणसी में 14, ललितपुर में सात, अमरोहा में नौ, गाजियाबाद में 13, मुरादाबाद, प्रयागराज, सोनभद्र और बुलंदशहर में 3-3, सहारनपुर और अमेठी में 4-4 और लखीमपुर खीरी में 5 नए मरीज मिले हैं। वहीं इस दौरान 85 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में इस वक्त 718 एक्टिव मरीज हैं। सबसे ज्यादा 209 मरीज गौतमबुद्ध नगर में हैं। 86 एक्टिव मरीजों के साथ लखनऊ दूसरे नंबर पर है। कोरोना संक्रमण प्रदेश के 56 जिलों तक पहुंच गया है।
कृषि मंत्री और उनकी पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव
लखनऊ में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के बाद उनकी पत्नी और पीएस की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई है। संक्रमितों के संपर्क में आने वाले मरीज 200 से अधिक लोगों के नमूने लिए गए हैं। इनकी जांच रिपोर्ट 24 घंटे में आने की उम्मीद है। सक्रिय मरीजों का ग्राफ 86 पहुंच गया है। अलीगंज में सबसे ज्यादा छह लोग संक्रमित पाए गए हैं। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि 2000 जांचें रोजाना की जा रही हैं।
संक्रमितों के मुकाबले ठीक होने वालों की संख्या लगभग तीन गुना तक कम है। आठ मरीजों ने वायरस को मात देने में कामयाबी हासिल की है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सभी मरीज होम आईसोलेशन में हैं। टीम मरीजों निगरानी कर रही हैं।
तीन अस्पताल संक्रमितों की लिए तैयार
कोविड को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। संक्रमण बढ़ने की दशा में पहले तीन अस्पतालों में कोरोना के मरीज भर्ती किए जाएंगे। इनमें 20-20 बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। इसमें आईसीयू-वेंटिलेटर, आईसोलेशन और बच्चों के लिए अलग से भर्ती के इंतजाम किए गए हैं। पीजीआई, लोकबंधु और केजीएमयू में कोरोना मरीज भर्ती किए जाएंगे। पीजीआई में सभी वेंटिलेटर बेड हैं। चार बेड बच्चों के लिए होंगे। केजीएमयू में आठ वेंटिलेटर, बाकी आइसोलेशन बेड हैं। लोकबुध अस्पताल में भी कोविड मरीजों की भर्ती होगी। डिप्टी सीएम निशांत निर्वाण के मुताबिक 3872 बेड संस्थान में रिजर्व हैं।
3872 बेड अस्पतालों में रिजर्व हैं, जरूरत पर होंगे शुरू
1086 ऑक्सीजन सिलेंडर सरकारी अस्पतालों में
520 वेंटिलेटर आरक्षित, जरूरत पड़ने पर होगा इस्तेमाल