Bjp के गढ़ पिपरिया सीट को जितने, नाथ ने बनाई विशेष रणनीति
भोपाल
नर्मदापुरम जिले की पिपरिया विधानसभा सीट पर विधानसभा के पिछले पांच चुनावों से लगातार हार का सामना कर रही कांग्रेस ने आज यहां पर जीत के लिए रणनीति बनाई। रणनीति बनाने के लिए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ स्वयं यहां पर पहुंचे हैं। उन्होंने मंडलम-सेक्टर के पदाधिकारियों की बैठक लेकर हार के कारणों को जाना और फिर उसके बाद जीत के लिए अपने टिप्स दिए।
कमलनाथ ने इस क्षेत्र के बनखेडी में मंडलम-सेक्टर के पदाधिकारियों से कहा कि यह सीट ऐसी नहीं है कि कांग्रेस जीत नहीं सकती है। हम सभी को मिलकर एकजुटता के साथ काम करना होगा। कांग्रेस ने वादा किया है कि वह रसाई गैस सिलेंडर 500 रुपए में देगी। महिलाओं को हमारी सरकार आते ही 15 सौ रुपए प्रतिमाह मिलेंगे।
हम सभी वर्गो के लिए काम करेंगे। मंडलम-सेक्टर और बूथ के कार्यकर्ताओं को एक-एक घर जाकर बताना होगा कि हमारी सरकार बनी तो हम क्या-क्या करेंगे। मेहनत करना होगी। मेहनत के जरिए ही हम यह सीट जीत सकेंगे। इसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार से हर वर्ग परेशान है। सरकार सिर्फ घोषणाएं कर ही लोगों के वोट पाना चाहती है, जबकि जमीन पर कोई काम नहीं है।
लगातार तीन बार के विधायक हैं नागवंशी
अजा के लिए आरक्षित इस सीट पर ठाकुर दास नागवंशी तीन बार लगातार यहां से जीत चुके हैं। वर्ष 2008 में यह सीट आरक्षित हुई थी। सीट के आरक्षित होने के बाद से यहां पर भाजपा ने हार का मुंह नहीं देखा है। इससे पहले कांग्रेस यहां पर वर्ष 1993 में चुनाव जीती थी।
यहां से कांग्रेस के सुरेश राय ने भाजपा के हरिशंकर जायसवाल को लगभग 6500 वोटों से हराया था। इसके बाद 1998 में हरिशंकर जायसवाल ने सुरेश राय को साढ़े 11 हजार वोटों से हरा दिया। वर्ष 2003 के चुनाव में यहां से समाजवादी पार्टी के टिकट पर अर्जुन पलिया ने चुनाव जीता था।