एलिवेटेड कॉरिडोर, मेट्रो प्रोजेक्ट और नई सड़कों के कारण शहर में बढ़ेंगे प्रॉपर्टी के दाम
भोपाल।
वित्तीय वर्ष 2024-25 की नई कलेक्टर गाइडलाइन में प्रॉपर्टी की दरें तय करने के लिए अब तक एक भी बैठक नहीं हुई है। इस बार प्रशासन की नजर इंदौर रोड और रायसेन रोड पर ज्यादा रेट पर हुई रजिस्ट्रियों पर हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में शहर में 1158.49 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था।
राजधानी में तेजी से विकसित हो रहे बड़े-बड़े प्रोजेक्ट और जनता की सुविधा के लिए बन रही नई सड़कों के कारण इस बार जिले में प्रॉपर्टी के दाम बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि राजधानी में एलिवेटेड कॉरिडोर, मेट्रो प्रोजेक्ट से लेकर कई जगह नई सड़कों का काम तेजी से हो रहा है। इससे बड़ी संख्या में नई प्रॉपर्टी, प्लॉट, आवासीय प्रोजेक्ट को रास्ते मिले हैं। इस कारण जमीनों के प्रस्तावित दामों में बढ़ोत्तरी की संभावना ज्यादा है।
शहर के नर्मदापुरम् रोड, नीलबड़, अयोध्या बायपास, कोलार रोड, जाटखेड़ी, भेल और रायसेन रोड पर भी आवासीय और कमर्शियल प्रॉपर्टी तैयार हो रही है। इसके अलावा, वित्तीय वर्ष 2023-24 में शहर में प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त पिछली बार की तुलना में ज्यादा हुई है। इस वित्त वर्ष में 15 जनवरी तक शहर की करीब 900 लोकेशन पर कलेक्टर गाइड लाइन से बहुत ज्यादा कीमत पर सौदे हुए हैं, जबकि 2022-23 में यह संख्या 740 थी। हालांकि पिछले बार 1800 से ज्यादा लोकेशन पर कलेक्टर गाइड लाइन से ज्यादा दाम पर रजिस्ट्री हुई थीं। उनमें से 700 से ज्यादा को चिह्नित किया गया था। अब तक का मार्केट करीब 20% से ज्यादा की बढ़ोतरी दिखा रहा है।
प्रशासन की नजर इंदौर और रायसेन रोड पर
वित्तीय वर्ष 2024-25 की नई कलेक्टर गाइडलाइन में प्रॉपर्टी की दरें तय करने के लिए अब तक एक भी बैठक नहीं हुई है। इस बार प्रशासन की नजर इंदौर रोड और रायसेन रोड पर ज्यादा रेट पर हुई रजिस्ट्रियों पर हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में शहर में 1158.49 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था।