प्राण प्रतिष्ठा के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा- देश में कोई राम लहर नहीं
गुवाहाटी
देश में कोई राम लहर नहीं है। यह बात कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कही है। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के एक दिन बाद मंगलवार को राहुल गांधी असम के गुवाहाटी में मीडिया से बात कर रहे थे। राहुल गांधी ने प्राण प्रतिष्ठा को पीएम मोदी का कार्यक्रम बता डाला। वहीं, असम में न्याय यात्रा पर एफआईआर पर राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री हिमंता बिश्वा सरमा पर निशाना साधा है। साथ ही एक बार फिर उन्होंने हिमंता को देश का सबसे करप्ट सीएम बताया है। राहुल ने कहा कि हमारी यात्रा के दौरान कोई विरोध प्रदर्शन हुआ ही नहीं। भाजपा के लोग मेरी तरफ हाथ हिला रहे थे, मैं उनकी तरफ फ्लाइंग किस दे रहा था। साथ ही राहुल गांधी ने यह भी कहा कि हमारी न्याय यात्रा रोककर असम के मुख्यमंत्री हमारी एक तरह से मदद ही कर रहे हैं।
इसलिए भाजपा कर रही विरोध
इस दौरान राहुल गांधी से पूछा गया कि आखिर भाजपा उनकी यात्रा का विरोध क्यों करेगी? इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि जब हमने पिछली बार यात्रा निकाली थी तो भाजपा कहती थी कि हमारी यात्रा का कोई असर नहीं होगा। लेकिन कन्याकुमारी तक पहुंचते-पहुंचते इस यात्रा ने सफलता के कीर्तिमान रच दिए। इसीलिए इस बार शुरू से ही यात्रा को डिस्टर्ब किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हालांकि इस विरोध का कोई असर नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि हमें कॉलेज जाने से रोका, कॉलेज के लोग बाहर आ गए। मैंने छात्रों को संबोधित किया। राहुल ने कहा कि यह लोग बजरंग दल की यात्रा नहीं रोकते, हमारी रोक रहे हैं।
ममता के सवाल पर यह बोले
न्याय यात्रा बंगाल में पहुंचने के बाद क्या ममता बनर्जी भी वहां आएंगी? इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि हमने उन्हें निमंत्रण भेजा है और उन्हें जरूर आना चाहिए। वह आएंगी तो हमें अच्छा लगेगा। ममता की नाराजगी को लेकर सवाल पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि हमारा सीट निगोसिएशन ममता बनर्जी के साथ चल रहा है। हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि इस पक्ष या उस पक्ष से कभी-कभी लोग कुछ न कुछ बोल ही देते हैं। इससे फर्क नहीं पड़ता है। अपनी सुरक्षा को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि अटैक से चिंता नहीं, मैं इन चीजों से नहीं डरता। गाली दो, डिस्टर्ब करो, मैं इससे डरता नहीं। उन्होंने कहा कि मैं सच्चाई के लिए लड़ता हूं। पूरी दुनिया दूसरी तरफ खड़ी हो जाए फर्क नहीं पड़ता।