ईरान में हिजाब न पहनने वाली छात्राएं होंगी सस्पेंड
तेहरान
ईरान भी अफगानिस्तान के नक्शेकदम पर चलता दिखाई दे रहा है। ईरान ने उन सभी छात्राओं को यूनिवर्सिटी से निकालने की तैयारी कर ली है, जो हिजाब नहीं लगाती हैं। यहां के विज्ञान, शोध और तकनीक मंत्रालय ने इस बारे में आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया कि मंत्रालय के तहत आने सभी उच्च शिक्षा संस्थानों से बिना हिजाब आने वाली छात्राओं को निष्कासित कर दिया जाएगा। साथ ही इन छात्राओं के लिए स्ट्रिक्ट ड्रेस कोड लागू करने की बात भी कही गई है।
मंत्रालय ने जारी किया बयान
मंत्रालय ने इस संबंध में एक बयान जारी किया है। इस बयान में कहा गया है कि मंत्रालय के अधीन आने वाले सभी विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा संस्थान उन छात्राओं को प्रवेश नहीं देंगे जो यहां के नियम-कानूनों का पालन नहीं करती हैं। वहीं, ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी ऐसा ही आदेश जारी किया है। इस आदेश में भी कहा गया है कि हिजाब के बिना आने वाली छात्राओं को शिक्षा और कल्याणकारी सेवाओं से वंचित रखा जाएगा। बता दें कि 22 साल की महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान में हिजाब के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हुए हैं।
ईरानी संविधान का उल्लंघन
हालांकि ईरानी मंत्रालय का यह आदेश वहां के संविधान का उल्लंघन है। हसन किया नाम के एक वकील ने खबर ऑनलाइन को इस बारे में जानकारी दी है। इसके मुताबिक ईरानी संविधान सभी लोगों को शिक्षा का अधिकार देता है और सरकार को इस बारे में खुद का कोई कानून बनाने से रोकता है। किया ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि कौन और कैसे यह तय कर रहा है कि हिजाब से यूनिवर्सिटी के नियम टूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके चलते अब और ज्यादा विरोध होगा। वहीं मोइनुद्दीनी सईदी नाम के सांसद का कहना है कि मुझे लगता है कि हम इस्लाम की सही शिक्षा से खुद को दूर कर रहे हैं। अधिकारी घूस, गबन, कचरा ढोने, अन्याय और हमारे बैंकों पर हावी होने वाले सूदखोरी की तुलना में लड़कियों के बालों के प्रति अधिक संवेदनशीलता दिखा रहे हैं।
जारी की गईं गाइडलाइंस
शिक्षा मंत्रालय कुछ दिशा-निर्देश भी प्रकाशित किए हैं। इसमें शिक्षण संस्थानों को हिजाब और शुद्धता पर खास ध्यान देने के लिए कहा गया है। टीचर्स से कहा गया है कि वह स्टूडेंट्स को इसके बारे में जानकारी दें। इसके साथ ही ईरानी महिलाओं को भी हिजाब पहनने के बारे में जागरूक करने के लिए कहा गया है। मशहूर हस्तियों और ओलंपियंस से भी हिजाब और इस्लामी संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए कहा गया है। बता दें कि बीते दिनों एक शख्स ने दुकान में खड़ी दो महिलाओं के सिर पर दही डाल दी थी। बताया जाता है कि दोनों महिलाओं के बाल खुले हुए थे और वह व्यक्ति इस बात से काफी नाराज था।