21 जनवरी तक प्रदेशभर के मंदिरों में सफाई अभियान चलाएगी भाजपा: विष्णुदत्त शर्मा
भोपाल,
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने मंदिर स्वच्छता अभियान के तहत रविवार को पन्ना के बलदेव मंदिर में झाडू लगाकर पानी से पूरे मंदिर परिसर में सफाई की। इस दौरान पूर्व मंत्री व विधायक वृजेन्द्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष मीना राजे, सदानंद गौतम, शुशील त्रिपाठी, श्रीमती शशिराजे परमार सहित पदाधिकारी व कार्यकर्ता ने भी स्वच्छता अभियान में भाग लिया।
22 जनवरी का दिन भारत नहीं दुनिया के लिए ऐतिहासिक दिन होगा
पत्रकारों से चर्चा करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने आज से प्रदेशभर के मंदिरों की सफाई का अभियान शुरू किया है। हालांकि पन्ना में यह अभियान करीब एक सप्ताह पहले से चल रहा है। पार्टी पदाधिकारीगण और कार्यकर्ता प्रदेश में 21 जनवरी तक मंदिरों की साफ-सफाई करेंगे। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा का शुभ अवसर पर प्रदेशभर के मंदिरों में भजन-कीर्तन, पूजा-पाठ, हवन और भंडारे होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सघ संघचालक मोहन भागवत की मौजूदगी में 22 जनवरी को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रही है। 22 जनवरी का दिन भारत ही नहीं दुनिया के लिए ऐतिहासिक दिन होगा। भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर देश की 140 करोड़ जनता उत्साहित है।
लाखों लोगों के बलिदान के बाद यह दिन आया है
प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि 500 वर्षों के संघर्षों और लाखों लोगों के बलिदान के बाद आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर बनकर तैयार हुआ है। 22 जनवरी का दिन हम सबके लिए ऐतिहासिक और गौरव का दिन है। इस तरह का गौरवपूर्ण दिन जीवन में शायद ही कभी आए। 22 जनवरी के आयोजन के लिए हम सब तैयारी में जुटे हैं। प्राण-प्रतिष्ठ को लेकर घर-घर में उत्सव का माहौल है।
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से बगावत कांग्रेस का मूल चरित्र
प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा का आमंत्रण ठुकराना, भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से बगावत करना कांग्रेस का मूल चरित्र है। कांग्रेस प्रभु की प्राण-प्रतिष्ठा में जाए या न जाए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। कांग्रेस पार्टी अब बची कहां है। कांग्रेस नेता केवल तुष्टिकरण को लेकर कार्य कर रहे हैं।