झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कल्पना के लिए सीट खाली की, उस पर बीजेपी ने नजर टिका ली
रांची
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने चुनाव आयोग से गांडेय विधानसभा उपचुनाव जल्द कराने की मांग की है। जेएमएम विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के कारण यह सीट खाली हुई है। राजनीतिक हलकों में चर्चा हे कि उपचुनाव में गांडेय सीट से जेएमएम की ओर से सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को उम्मीदवार बनाया जाएगा। वहीं बीजेपी की ओर से राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को ज्ञापन सौंप कर यह मांग की है कि इस वर्ष के अंत में झारखंड विधानसभा तय है, इसलिए एक साल की कम अवधि के कारण गांडेय में उपचुनाव विधानसभा सीट के लिए नहीं कराया जाना चाहिए। इसके बावजूद चुनाव होने की स्थिति में बीजेपी की ओर से उपचुनाव को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी गई है।
जेएमएम की ओर से सीईओ को सौंपा गया ज्ञापन
जेएमएम के एक शिष्टमंडल ने शुक्रवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार से मिलकर गांडेय विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव कराने का आग्रह किया। जेएमएम की ओर से बताया गया कि 31 दिसंबर को गांडेय के विधायक डॉ. सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिया है। इस विधानसभा क्षेत्र का कार्यकाल पांच जनवरी 2025 तक है। छह महीने से अधिक विधानसभा क्षेत्र बिना प्रतिनिधित्व के खाली रखना कानूनसम्मत नहीं है। नौ अक्टूबर 2018 को भारत निर्वाचन आयोग ने इससे संबंधित पत्र जारी किया है। प्रतिनिधिमंडल में विधायक नलिन सोरेन, भूषण तिर्की और विलियम मरांडी के अलावा पार्टी के महासचिव विनोद पांडेय और सुप्रियो भट्टाचार्य मौजूद थे।
गैर विधायक को सीएम पद की शपथ नहीं दिलाने का आग्रह
इधर, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद निशिकांत दुबे ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को पत्र लिखकर गैर विधायक को मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं दिलाने का आग्रह किया। बीजेपी सांसद की ओर से इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेश का हवाला दिया गया है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि सीएम हेमंत सोरेन ने दबाव डाल कर जेएमएम विधायक सरफराज अहमद का त्यागपत्र दिलाया, ताकि राजनीतिक परिस्थितियों के अनुसार कल्पना सोरेन को सीएम बनाया जा सके। बीजेपी नेताओं का कहना है कि ईडी की ओर से हेमंत सोरेन के खिलाफ जांच की जा रही है, इस कारण मुख्यमंत्री को जेल जाने का डर लग रहा है। इसी डर की वजह से कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री पद सौंपने की सारी कवायद चल रही है, ताकि सीएम पद सोरेन परिवार के पास से ही रहे।
2019 में सरफराज ने कांग्रेस से बगावत कर जीत दर्ज की
साल 2019 के गांडेय विधानसभा सीट पर जेएमएम प्रत्याशी सरफराज अहमद ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी जय प्रकाश वर्मा को पराजित किया था। अविभाजित बिहार के जमाने में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे सरफराज अहमद ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और जेएमएम टिकट पर चुनाव लड़ा था। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी को करीब नौ हजार मतों के अंतर से पराजित किया था।
बीजेपी-आजसू पार्टी साझा प्रत्याशी से मिलेगी चुनौती
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में एनडीए में शामिल दो प्रमुख दल बीजेपी और आजसू पार्टी के बीच सहमति नहीं मिल पाई थी, जिसके कारण गांडेय सीट से भी दोनों दलों के प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। बीजेपी प्रत्याशी जय प्रकाश वर्मा को 56 हजार 168 वोट मिले थे, जबकि आजसू पार्टी प्रत्याशी अर्जुन बैठाको 15 हजार 381 वोट मिले। वहीं जेएमएम प्रत्याशी डॉ. सरफराज अहमद को 65 हजार 23 वोट प्राप्त हुए थे। इस तरह से यदि बीजेपी और आजसू पार्टी के वोट को जोड़ दिया जाए, तो यह जेएमएम प्रत्याशी को मिले वोट से अधिक है। अब बीजेपी नेताओं की यह कोशिश होगी कि उपचुनाव होने की स्थिति में आजसू पार्टी से सहयोग प्राप्त किया जा सके।