सेट पर हो गया था मेरा मिसकैरेज, कोई सुविधा नहीं थी; स्मृति ईरानी को क्यों याद आए टीवी इंडस्ट्री के पुराने दिन
नई दिल्ली.
'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' टीवी सीरियल से रातोंरात प्रसिद्धि पाने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हाल ही में अपने जीवन के बारे में बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि जब वह टीवी इंडस्ट्री में काम कर रही थीं तो उनका सेट पर ही मिसकैरेज हो गया था। समाचार एजेंसी एएनआई के ताजा पॉडकास्ट में, स्मृति ईरानी अपने पुराने दिन याद कर भावुक हो गईं। इस दौरान उन्होंने संसद सुरक्षा उल्लंघन पर भी चर्चा की। इसके अलावा, स्मृति ईरानी ने उनकी बेटी को राजनीति में घसीटे जाने और मासिक धर्म के दौरान छुट्टी को लेकर चल रही बहस भी जवाब दिया।
दरअसल भारत में इस समय Menstruation Paid Leave यानी मासिक धर्म के दौरान पेड लीव को लेकर बहस चल रही है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्यसभा में इस बात की वकालत की थी कि महिलाओं को Periods के लिए पेड लीव नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह Periods महिलाओं की जीवन का एक खास हिस्सा है। यह कोई विकलांगता नहीं है। इसको लेकर उन्हें आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा।
अब इसी बहस से जुड़े एक सवाल के दौरान अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने कहा, "जब ये मासिक धर्म पेड लीव विवाद शुरू हुआ तो टीवी इंडस्ट्री से होने का दावा करने वाली एक महिला ने कहा कि 'अरे स्मृति ईरानी के लिए आसान रहा, उसके पास तो वैनिटी वैन थी।' नहीं… मेरा सेट पर ही मिसकैरेज हुआ था। मैं बच्चे को जन्म देने के दो-तीन दिन बाद काम पर आई। मेरे पास मेरे बच्चे को दूध पिलाने जैसी कोई सुविधा नहीं थी।" उन्होंने बताया, "जहां मैं रहती थी वहां से स्टूडियो 10 मिनट की दूरी पर था। मैं लंच.. टी ब्रेक के दौरान घर जाती थी। मेरे पास सेट पर कोई स्पेशल फैसिलिटी नहीं थी। हां मैं जानती हूं कि ये कितना मायने रखता है। मैं कभी-कभी 10 से 16 घंटे तक काम करती थी।" इससे पहले ईरानी ने कहा था कि पीरिड्स महिलाओं की जीवन का एक खास हिस्सा है। यह कोई विकलांगता नहीं है। इसीलिए महिलाओं को Menstruation Paid Leave देने की जरूरत नहीं है। उनकी दलील है कि पेड लीव की वजह से महिलाओं को पुरुषों के साथ बराबरी का मौका नहीं मिलेगा।