केजरीवाल तक पहुंची जांच की आंच: पात्रा के आरोपों पर मंत्री आतिशी का वार, बोलीं- ‘ईडी नहीं ये भाजपा का है समन’
नई दिल्ली.
आम आदमी पार्टी के संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए। वह 10 दिन विपश्यना के लिए चले गए हैं। ईडी के समन पर सीएम केजरीवाल ने जबाव दिया। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने शराब घोटाला मामले में जांच में सहयोग न करने पर सीएम को घेरा तो इसके बाद दिल्ली मंत्री आतिशी ने पीसी कर भाजपा के आरोपों पर पलटवार किया।
भाजपा नेता और प्रवक्ता संबित पात्रा ने पीसी में कहा कि दो नवंबर को ईडी ने शराब नीति घोटाले के सिलसिले में अरविंद केजरीवाल को समन किया था। हाल-फिलहाल में हमने दो घोटाले देखे हैं। मैं पहले ही कह चुका हूं कि INDI गठबंधन को जोड़ने वाला फेविकोल शराब है। आगे कहा कि 350 करोड़ रुपये से अधिक नकदी की गिनती की गई थी और वो शराब का पैसा था जो कांग्रेस सांसद धीरज साहू के आवास से निकला था। जहां तक केजरीवाल के शराब मामले का हिसाब-किताब है तो अभी तक गिनती जारी है। फिर भी अरविंद केजरीवाल की बेशर्मी को देखिए। आज भी भाग गए, जैसे वह दो नवंबर को भागे थे। लेकिन कानून के हाथ लंबे होते हैं। वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
पात्रा से सवालों पर आतिशी का पलटवार
दिल्ली मंत्री आतिशी ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि ये ईडी समन नहीं है, किसी जांच का समन नहीं है। ये भारतीय जनता पार्टी का समन है। ये भाजपा के डर का प्रतीक है। जो भाजपा आम आदमी पार्टी की सरकार को मैच नहीं कर सकती है ये उसके डर का प्रतीक है। आतिशी ने आगे कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी शासित सरकार को यह बताना चाहती हूं कि हम आपकी ईडी और सीबीआई से डरने वाले नहीं हैं। चाहे दिल्ली हो, चाहे पंजाब हो। हम यहां को लोगों के लिए काम करते रहेंगे। देश में आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता बढ़ती ही रहेगी। अगर आप झूठे झूठे आरोप लगा लगाकर जेल में डालोगे तो इसका जवाब आपको देश की जनता देगी।
ईडी ने जारी किया था दूसरा समन
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बृहस्पतिवार को ईडी के समक्ष पेश नहीं होंगे। वह बुधवार को 10 दिवसीय विपश्यना के लिए चले गए है। हालांकि, यह जानकारी नहीं दी गई है कि वह विपश्यना के लिए किस शहर में गए हैं। उन्हें विपश्यना पर मंगलवार को जाना था, लेकिन इंडिया गठबंधन की बैठक के कारण एक दिन के लिए टल गया था। ईडी ने शराब घोटाले में पूछताछ के लिए सोमवार को उन्हें समन जारी करके बृहस्पतिवार को बुलाया है। बब तक केजरीवाल के वकीलों ने ईडी के नोटिस के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की है। संभवत: वह बृहस्पतिवार को ईडी के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखेंगे। सूत्रों के अनुसार वकीलों की राय लेने के बाद ही केजरीवाल ने ईडी के समक्ष पेश होने के बजाय विपश्यना पर जाने का निर्णय लिया है। वकीलों ने इस बार फिर ईडी के समन में कोई खामी निकाली है और उनकी ओर से बृहस्पतिवार को इसका खुलासा करने की संभावना है।
आम आदमी पार्टी ने ईडी के कदम पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पार्टी के वकील समन का अध्ययन कर रहे हैं और कानूनी रूप से उचित कदम उठाए जाएंगे। इसके अलावा आप नेताओं ने कहा था कि केजरीवाल का विपश्यना पर जाने का कार्यक्रम पहले से ही निर्धारित था और यह जानकारी सार्वजनिक थी। अरविंद केजरीवाल को ईडी ने अक्तूबर में भी इस मामले में समन जारी करके दो नवंबर को तलब किया था, लेकिन वह उस दौरान भी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे। तब उन्होंने विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त होने का हवाला देते हुए ईडी के समक्ष पेेश होेने का समय मांगा था, वहींं दो नवंबर को उनके वकीलों ने ईडी के समन को गैर कानूनी करार दे दिया था।