‘ये इंडी अलायंस, भिंडी अलायंस बन जाएगा’, इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक से पहले बीजेपी का तंज
पटना
इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक आज दिल्ली में आयोजित है। जिसमें शामिल 27 दलों के नेता शामिल होंगे। उम्मीज जताई जा रही है इस बैठक में सीट शेयरिंग समेत कई मुद्दों पर मुहर लगेगी। लेकिन बैठक से पहले बीजेपी इसे फ्लॉप बता रही है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और बिहार के पूर्व उद्योग मंत्री शहनावज हुसैन ने इंडी अलायंस को भिंडी अलायंस बता डाला। और कहा कि ये हताश और निराश लोगों की बैठक है। जिसका कोई नतीजा नहीं निकलने वाला है।
शहनवाज हुसैन ने कहा कि ये इंडी अलायंस भिंडी अलायंस बन जाएगा। इसमें आपस में ही टकराव है। नीतीश कुमार ने इस उम्मीद में गठबंधन बनाया कि उनको कुछ बनाया जाएगा। लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। कांग्रेस जब कर्नाटक जीती तो अपने सहयोगियों को घास ही नहीं डाली। बल्कि अखिलेश यादव जो अलायंस के बड़े लीडर हैं। उनको कमलनाथ ने कहा था कि कौन अखिलेश-वखिलेश हैं। लेकिन बीजेपी ने एमपी में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बना दिया। अखिलेश यादव का इन्होने खूब अपमान किया। इंडिया गठबंधन का कुछ होना नहीं है। इनकी बैठक से हम लोग हताश नहीं है। बल्कि ये बैठक हताश और निराश लोगों की है। तीन राज्यों के चुनाव में ये लोग बुरी तरह चित हुए हैं। मोदी के सामने इनका कोई मुकाबला नहीं है।
वहीं 5 राज्यों के चुनाव में कांग्रेस के बढ़े हुए वोट प्रतिशत पर शहनवाज ने कहा कि लोहिया जी भी यही कहते थे कि सीटें नहीं मिली, लेकिन वोट प्रतिशत हमारा बढ़ा है। लोकसभा में भी ये लोग वोट प्रतिशत बढ़ा लें। लेकिन आएंगे मोदी जी, और हम लोग 400 से ज्यादा सीटें जीतेंगे। ये बैठक इसलिए हैं कि बीजेपी-मोदी जी को 400 के पार नहीं जाने देना है। इस बैठक इनका मकसद है बीजेपी को 375 या फिर 350 तक रोकना है। लेकिन हमारी दौड़ा 400 पार की है।
वहीं लालू यादव के नरेंद्र मोदी कौन वाले बयान पर शहनवाज हुसैन ने कहा कि लालू यादव को दिल्ली के लिए टेक ऑफ करते वक्त और दिल्ली में लैंड करते वक्त मोदी का ही नाम याद आता है। और कहते हैं कि मोदी को हराएंगे। नरेंद्र मोदी वो हैं जिन्होने गरीबों को मकान, अनाज, इलाज और 5 लाख की गारंटी दी है।
इंडिया गठबंधन की ये बैठक टांय-टायं फिस्स है। एक घंटे तक तो ये लोग कांग्रेस से हिसाब ही मांगेंगे। और नीतीश कुमार को बहुत गुस्से में गए हैं। उन्होने गठबंधन बनाया और संयोजक तक नहीं बनाया। लिट्टी चोखा खाकर सब लोग चले गए। वो तीर में लालटेन टांग लिए। अपने साथ आरजेडी को भी जोड़ लिए लेकिन कुछ हुआ नहीं।