जाने कब है साल 2023 की अंतिम शिवरात्रि? बन रहे 3 शुभ संयोग, देखें पूजा मुहूर्त
साल 2023 की अंतिम मासिक शिवरात्रि मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाएगी. उस दिन व्रत रखा जाएगा और भगवान शिव की पूजा विधिपूर्वक की जाएगी. मासिक शिवरात्रि हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को होती है, इस वजह से हर माह में 1 ही शिवरात्रि मनाई जाती है. साल के अंतिम शिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि समेत 3 शुभ संयोग बन रहे हैं. आइए जानते हैं कि साल 2023 की अंतिम शिवरात्रि किस दिन है? शिव पूजा का मुहूर्त और कौन से शुभ संयोग बन रहे हैं?
साल 2023 की अंतिम शिवरात्रि कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 11 दिसंबर सोमवार को सुबह 07 बजकर 10 मिनट से शुरू हो जाएगी और यह तिथि 12 दिसंबर मंगलवार को सुबह 06 बजकर 24 मिनट तक रहेगी. शिवरात्रि के दिन का निर्धारण निशिता मुहूर्त के आधार पर होता है, इसलिए साल 2023 की अंतिम शिवरात्रि 11 दिसंबर को है.
शिवरात्रि दिसंबर 2023 शिव पूजा का मुहूर्त
11 दिसंबर को शिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 47 मिनट से देर रात 12 बजकर 42 मिनट तक है. उस दिन आपको शिव पूजा के लिए 55 मिनट का शुभ समय प्राप्त होगा. हालांकि जो लोग दिन में पूजा करना चाहते हैं, वे दिन में कभी भी अपनी सुविधानुसार कर सकते हैं.
साल 2023 की अंतिम शिवरात्रि पर 3 शुभ संयोग
इस साल की अंतिम शिवरात्रि पर 3 शुभ संयोग बन रहे हैं. उस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग दोपहर में 12 बजकर 14 मिनट से लेकर अगले दिन 12 दिसंबर को सुबह 07 बजकर 04 मिनट तक है. इसके अलावा शिवरात्रि के दिन सुकर्मा योग सुबह से लेकर रात 08 बजकर 59 मिनट तक है, उसके बाद से धृति योग शुरू होगा. तीसरा शुभ संयोग यह है कि शिवरात्रि सोमवार के दिन है. सोमवार का दिन वैसे भी भगवान शिव की पूजा का है.
शिवरात्रि वाले दिन विशाखा नक्षत्र सुबह से लेकर दोपहर 12:14 बजे तक है, उसके बाद से अनुराधा नक्षत्र है. उस दिन का अभिजित मुहूर्त 11:53 एएम से 12:35 पीएम तक है, वहीं ब्रह्म मुहूर्त 05:14 एएम से 06:09 एएम तक है. शिवरात्रि पर स्वर्ग की भद्रा है, जो 07:10 एएम से शाम 06:52 पीएम तक है. उस दिन राहुकाल 08:21 एएम से 09:39 एएम तक है.
शिवरात्रि व्रत और पूजा का महत्व
शिवरात्रि को व्रत रखने और शिव पूजा करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. सुखी दांपत्य जीवन और अखंड सौभाग्य के लिए शिवरात्रि की पूजा करनी चाहिए. शिव और गौरी की कृपा से वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर होती हैं. यदि आप व्रत रखकर शिव और गौरी की पूजा करते हैं तो जल्द विवाह के योग बन सकते हैं.