साइक्लोन मिचौंग की तेज हवाओं से कंट्रोल हुआ दिल्ली का प्रदूषण! नहीं पड़ेगी कड़ाके की ठंड, जानें पूरे हफ्ते का मौसम
नईदिल्ली
देश की राजधानी नई दिल्ली में आज यानी 06 दिसंबर को ठंडी हवाएं महसूस की जा रही हैं. वहीं, अगर प्रदूषण की बात करें तो आज दिल्ली को प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली है. नॉर्थ-वेस्ट दिशा से चलीं हवाओं ने राष्ट्रीय राजधानी को न सिर्फ प्रदूषण से बड़ी राहत दिलाई, बल्कि कई दिनों बाद तेज धूप के साथ लोगों को साफ आसमान और दूर तक विजिबिलिटी नजर आई.
पिछले कई दिनों से दिल्ली में प्रदूषण का स्तर गंभीर से बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया जा रहा था, लेकिन आज भी ज्यादातर इलाकों में प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है. सुबह 10 बजे के करीब दिल्ली के मंदिर मार्ग इलाके में AQI 204 दर्ज किया गया. वहीं, आईटीआई शाहदरा इलाके में AQI 236 दर्ज किया गया. आरके पुरम इलाके में AQI 277 दर्ज किया गया. आनंद विहार इलाके में AQI 227 दर्ज किया गया.
बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक AQI को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है. 500 से ऊपर कुछ भी 'गंभीर प्लस' में माना जाता है.
दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, आनेवाले दिनों में कोहरा देखने को मिलेगा. आज यानी बुधवार की बात करें तो न्यूनतम तापमान 9 डिग्री और अधिकतम तापमान 25 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. वहीं, आज नई दिल्ली में आसमान साफ रहेगा.
इसके अलावा 07 दिसंबर को नई दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9 और अधिकतम तापमान 25 डिग्री ही रहेगा. वहीं, 07 दिसंबर को नई दिल्ली में मध्यम कोहरा रहेगा. 08 दिसंबर को भी नई दिल्ली में मध्यम कोहरा रहेगा. IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, 09 और 10 दिसंबर को नई दिल्ली में कोहरा रहेगा और अधिकतम तापमान 24 डिग्री रहेगा. वहीं, 11 दिसंबर को नई दिल्ली में न्यूनतम तापमान 07 डिग्री और अधिकतम तापमान 23 डिग्री रहेगा और कोहरा देखने को मिलेगा.
इस बार नहीं पड़ेगी कड़ाके की ठंड
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि अगले कुछ महीनों में सर्दियां कम पड़ेंगी यानी न्यूनतम तापमान औसत से ज्यादा रहेगा. IMD के महानिदेशक डॉ. मृत्युजंय महापात्र ने बताया कि इस बार ठंड कम पड़ेगी. यानी इस साल दिसंबर से लेकर अगले साल फरवरी तक देश के अधिकतर हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है. हालांकि, कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम भी रह सकता है.
उत्तर भारत से दूर क्यों कड़ाके की ठंड?
इसकी वजह प्रशांत महासागर में भूमध्यरेखा के आस-पास एक मजबूत अल-नीनो है. इससे पूरी दुनिया के मौसम में बदलाव आ रहा है. इसकी वजह से मध्य और पूर्वी प्रशांत महासागर के अधिकांश हिस्सों में समुद्री सतह का तापमान यानी सरफेस टेंपरेचर औसत से ऊपर चल रहा है. पूरी संभावना है कि सर्दियों में इस बार अल-नीनो का असर देखने को मिलेगा यानी तापमान बढ़ा रहेगा. प्रशांत महासागर पर अल-नीनो के अलावा हिंद महासागर और अरब सागर के समुद्री सतह का तापमान भी भारत के मौसम और जलवायु पर असर डालते हैं.