हारे ‘बुजुर्गों’ के सियासी सफर पर अब उठने लगे सवाल
भोपाल
वर्ष 2023 का विधानसभा चुनाव परिणाम कई मायने में यादगार साबित हुआ। विधानसभा चुनाव जीतने के लिए बीजेपी ने सत्तर पार फार्मूले को दरकिनार करते हुए 17 उम्मीदवारों को जहां मैदान में उतारा। गुढ़ विधानसभा से 81 वर्षीय नागेन्द्र सिंह और नागौद से 79 वर्षीय नागेन्द्र सिंह ने चुनाव जीतकर यह बता दिया कि चुनाव जीतने में उम्र कभी बाधा नहीं बनती। भाजपा और कांग्रेस के कई दिग्गज उम्रदराज नेता इस बार चुनाव हार गए। जबकि कांग्रेस के सबसे अधिक उम्रदराज नेता नरेन्द्र नाहटा मनासा से चुनाव हार गए। जबकि 76 वर्षीय कमलनाथ छिंदवाड़ा से चुनाव जीतने में सफल रहे। वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने भले ही अपना सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया हो, लेकिन चुनाव में कांग्रेस को शह-मात देने के लिए सभी तरह के दांव-पेंच लगाने में पीछे नहीं रही। विधानसभा चुनाव में उम्रदराज नेता कांग्रेस के हो या भाजपा के चुनाव जीतने के बाद एक बात साफ है कि आगामी चुनाव को लेकर स्वास्थ्य कारणों के चलते यह फिट नहीं बैठेंगे। लिहाजा अभी से इनके राजनीतिक सफर को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए है।
कांग्रेस के उम्रदराज
उम्मीदवार उम्र विधानसभा
कमलनाथ 76 छिंदवाड़ा
राजेन्द्र कुमार सिंह 73 अमरपाटन
भंवर सिंह शेखावत 73 बदनावर
भाजपा के उम्रदराज
उम्मीदवार उम्र विधानसभा
नागेन्द्र सिंह 81 गुढ़
नागेन्द्र सिंह (नागौद) 80 नागौद
जयंत मलैया 73 दमोह
जगन्नाथ सिंह रघुवंशी 73 चंदेरी
सीतासरन वर्मा 73 नर्मदापुरम
विश्वनाथ सिंह कौरव 72 तेंदूखेड़ा
प्रेमशंकर वर्मा 72 सिवनी मालवा
हजारीलाल दांगी 72 खिलचीपुर
गोपाल भार्गव 71 रेहली
बिसाहूलाल सिंह 71 अनूपपुर
अजय विश्नोई 71 पाटन
मधु वर्मा 71 राऊ
देवेन्द्र कुमार जैन 70 शिवपुरी
गिरीश गौतम 70 देवतालाब
नारायण पटेल 70 मांधाता
बालकृष्ण पाटीदार 70 खरगौन