त्रिपुरा में 2026-27 तक 7000 हेक्टेयर भूमि पर लगाए जाएंगे पाम के पौधे
अगरतला
त्रिपुरा सरकार ने वित्त वर्ष 2026-27 तक 7000 हेक्टेयर भूमि पर पाम के पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। एक मंत्री ने यह जानकारी दी। पाम के वृक्ष से बीज निकलते हैं जिससे तेल बनाया जाता है।
कृषि मंत्री रतन लाल नाथ ने बताया कि अभी इस पूर्वोत्तर राज्य में 56.35 हेक्टेयर भूमि पर पाम के पौधे लगाए जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में इसका विस्तार करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और भारतीय ऑयल पाम अनुसंधान संस्थान द्वारा 2020 में 'डिजिटल मैपिंग' की गई।''
नाथ ने कहा, ‘‘उसमें से 7000 हेक्टेयर भूमि पर 2026-27 तक पाम के पौधे लगाए जाएंगे।''
उन्होंने बताया कि इसके लिए कृषि विभाग ने राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन के तहत गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड और पतंजलि फूड प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
देश में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, ओडिशा, कर्नाटक, गोवा, असम, त्रिपुरा, नगालैंड, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में पात तेल के सबसे बड़े उत्पादक राज्य हैं। नाथ ने बताया कि इंडोनेशिया, मलेशिया, नाइजीरिया, कंबोडिया और थाईलैंड जैसे देश दुनिया में 90 प्रतिशत पाम तेल का उत्पादन करते हैं।
100 एकड़ से अधिक में लगाए गए हैं पाम के पौधे
उन्होंने कहा कि गोदरेज एग्रोवेट ने भी आंध्र प्रदेश से ताड़ के पौधे लाए हैं और उन्हें 52.01 हेक्टेयर भूमि पर लगाया है. पतंजलि फूड प्राइवेट लिमिटेड ने भी 56.35 हेक्टेयर भूमि पर ताड़ के पौधे लगाए हैं. यह दावा करते हुए कि राज्य में पाम तेल की खेती की अच्छी संभावना है, मंत्री ने कहा कि राज्य ने पाम तेल की खेती पर प्रशिक्षण देने के लिए पहले ही 18 अधिकारियों को आंध्र प्रदेश भेजा है. उन्होंने कहा, "विभाग पहले ही 2123 किसानों को प्रशिक्षण दे चुका है. उनमें से 1076 ने बेहतर रिटर्न के लिए पाम तेल के पौधे उगाने में रुचि व्यक्त की है. ताड़ का पेड़ लगाने चार साल बाद उससे तेल निकाला जा सकता है और फिर उस पेड़ से किसान 30 साल तक तेल ले सकते हैं.
प्रमुख पाम तेल उत्पादक राज्य
उन्होंने कहा, "चूंकि पहाड़ी राज्य में पाम तेल की खेती की संभावना है, इसलिए कृषि विभाग संभावना तलाशने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा. अगर योजना सफल रही, तो भविष्य में किसानों को फायदा होगा. प्रमुख तेल पाम उत्पादक राज्यों में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, ओडिशा, कर्नाटक, गोवा, असम, त्रिपुरा, नागालैंड, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं. नाथ ने कहा कि इंडोनेशिया, मलेशिया, नाइजीरिया, कंबोडिया और थाईलैंड जैसे देश दुनिया में 90 प्रतिशत पाम तेल का उत्पादन करते हैं.