युद्धविराम के पांचवें दिन इजराइल ने फिलिस्तीन के 30 कैदियों को छोड़ा
तेलअवीव
इजरायल और हमास के बीच जारी छह दिनों के सीजफायर का पांचवा दिन था. इस दौरान हमास ने 12 और बंधकों को रिहा किया जबकि इजरायल ने फिलिस्तीन के 30 कैदियों को रिहा किया.
इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेड क्रॉस (आईसीआरसी) का कहना है कि गाजा से 12 बंधकों को रिहा किया गया है. इनमें इजरायल के 10 जबकि दो विदेशी नागरिक हैं.
अल जजीरा के लाइव वीडियो में देखा जा सकता है कि इजरायल के ऑफर जेल से फिलिस्तीनी नागरिकों को लेकर एक बस रवाना हुई. इजरायल का कहना है कि उन्होंने 30 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है.
बता दें कि हमास के लड़ाकों ने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमले के दौरान लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया था. इस हमले में 1200 लोगों की मौत हो गई थी. इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पर हमला किया, जिसमें 15000 से अधिक लोग मारे गए.
कतर की मध्यस्थता से इजरायल और हमास के बीच हुए सीजफायर की अवधि दो दिन और बढ़ा दी गई थी. दोनों पक्षों के बीच चार दिनों के सीजफायर की अवधि सोमवार रात को खत्म हो रही थी लेकिन अब इसे दो दिन और बढ़ा दिया गया था.
सीजफायर के तहत अब तक हमास दर्जनों बंधकों को रिहा कर चुका है. बता दें कि दोनों पक्षों के बीच बीते शुक्रवार से चार दिन का संघर्षविराम शुरू हुआ था. इस सीजफायर के तहत हमास ने पहली खेप में 25 बंधकों को रिहा किया था. जिनमें इजरायल के 13 और थाईलैंड के 12 नागरिक शामिल थे.
सिर्फ इजरायली नागरिक ही नहीं हैं बंधक
हमास ने जिन लोगों को बंधक बनाया है, उनमें सिर्फ इजरायली नागरिक ही नहीं हैं. बल्कि दुनिया के कई देशों के नागरिक भी हैं. ज्यादातर बंधक वो हैं, जो 7 अक्टूबर को म्यूजिक फेस्टिवल में शामिल हुए थे. हमास ने यहीं से नागरिकों को बंधक बनाया था.
जानकारी के मुताबिक, हमास ने जिन देशों के नागरिकों को बंधक बनाया है, उनमें इजरायल के अलावा अमेरिका, थाईलैंड, जर्मनी, अर्जेंटिना, ब्रिटेन, फ्रांस, नीदरलैंड्स और पुर्तगाल के नागरिक भी शामिल हैं.
मरने वालों का आंकड़ा 12 हजार के पार
गाजा में हमास अधिकारियों के एक प्रवक्ता ने कहा कि स्कूल में 200 लोग मारे गए या घायल हुए. वहीं इजराइल की सेना ने कोई बयान नहीं दिया है. 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए हमले के बाद इजरायल ने हमास को खत्म करने की कसम खाई थी, जिसमें उसके लड़ाकों ने 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी और 240 लोगों को बंधक बना लिया था. हमास शासित गाजा पट्टी में अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ाकर 12,300 कर हो गई है जिसमें 5,000 बच्चे भी शामिल हैं.
7 अक्टूबर से जारी है जंग
सात अक्टूबर को हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमला कर दिया था. इसके तुरंत बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था. इस जंग में गाजा पट्टी पूरी तरह से तबाह हो गई है.
इजरायल और हमास जंग में मरने वालों फिलिस्तीनी नागरिकों की संख्या 12 हजार से ज्यादा हो गई है. अब तक गाजा के 23 लाख में से आधे नागरिकों ने अपना घर छोड़ दिया है. हमास के लड़ाकों ने 200 से ज्यादा नागरिकों को बंधक बनाकर रखा है.
युद्ध विराम आगे बढ़ाने के लिए सहमति
एक दिन पहले, इस्राइल-हमास के बीच मध्यस्थता की भूमिक निभा रहे कतर ने कहा कि दोनों ने युद्ध विराम को बढ़ाने के लिए सहमति जताई है। इस दौरान बंधकों की रिहाई संभव है। कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल अंसारी ने कहा कि गाजा में मानवीय संघर्ष को दो दिन और बढ़ाने के लिए सहमति बनी है। इस्राइली मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कतर की घोषणा का मतलब है कि कम से कम दस और इस्राइली बंधकों को मंगलवार (पश्चिम एशिया के स्थानीय समय के मुताबिक) रिहा किया जाएगा। अन्य दस बंधकों को बुधवार को रिहा किया जाएगा। इसी के साथ हर दिन इस्राइल 30 फलिस्तीनी कैदियों को भी रिहा करेगा।
हमले के यह तीन कारण
हमास ने कहा कि ये यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इस्राइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। हमास ने कहा कि इस्राइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंक इसे अपवित्र किया था। इस्राइली सेना लगातार हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है और अतिक्रमण कर रही है। इस्राइली सेना हमारी महिलाओं पर हमले कर रही है। हमास के प्रवक्ता गाजी हमाद ने अरब देशों से अपील है कि इस्राइल के साथ अपने सभी रिश्तों को तोड़ दें। हमाद ने कहा कि इस्राइल एक अच्छा पड़ोसी और शांत देश कभी नहीं हो सकता है।