बारिश बनी काल, पुलिस ने बताई कोच्चि में भगदड़ की वजह, सामने आई बड़ी लापरवाही
कोच्चि
केरल के कोच्चि में CUSAT यूनिवर्सिटी में एनुअल फंक्शन के दौरान मची भगदड़ में चार छात्रों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा घायल हो गए। यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में गायिका निकिता गांधी का कन्सल्ट आयोजित किया गया था। अब केरल सरकार ने कुलपति और प्रमुख सचिव से जांच की रिपोर्ट मांगी है। बताया जा रहा है कि जिस ओपन एयर ऑडिटोरियम में कार्यक्रम रखा गया था वहां 1000 लोगों के बैठने की जगहें थीं और सीटें खाली ही थीं। कार्यक्रम शुरू भी नहीं हुआ था कि भगदड़ मच गई और चार छात्र मार गए।
बारिश बनी काल
शुरुआती जांच के मुताबिक भगदड़ के पीछे का एक कारण बारिश भी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऑडिटोरियम में जाने के लिए एक ही गेट खोला गया था और वहां पास चेक किया जा रहा था। लंबी लाइन लगी थी। सीढ़ियों से होकर ऑडिटोरियम में जाना था। छात्र जल्दी अंदर जाने के लिए धक्का-मुक्की कर रहे थे। तभी बारिश शुरू हो गई और कुछ छात्र बचने के लिए दूसरे क्षेत्र की तरफ भागे। तभी जो छात्र सीढ़ियों के पास ढलान पर खड़े थे वे गिर गए और दूसरे छात्र उनको रौंदते हुए भागने लगे। इसी में भगदड़ मची और चार की मौत हो गई।
यह भी बताया जा रहा है कि पास चेकिंग के दौरान ऐलान कर दिया गया कि इंजीनियरिंग के छात्रों को पहले एंट्री दी जाएगी। इसके बाद धक्का-मुक्की शुरू हो गई। यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. शंकरन ने बताया कि टेक फेस्ट आयोजित किया गया था। इसमें दूसरे कॉलेज के स्टूडेंट भी आए थे। भीड़ ज्यादा थी और बारिश भी होने लगी। तभी फिसलकर छात्र सीढ़ियों के पास गिर गए और भगदड़ में मारे गए। बता दें कि फेस्ट में 2 हजार से ज्यादा छात्र पहुंचे थे।
यहां के पार्षद प्रमोद का कहना है कि सिंगल गेट की वजह से हादसा हो गया। एंट्री और एग्जिट के लिए अलग-अलग गेट का इस्तेमाल होना चाहिए था। जब बारिश हुई तो ओपन एयर ऑडिटोरियम में बैठे छात्र भी बाहर की ओर भागे। ऐसे में वहां पहले से खड़े छात्र भीड़ में नीचे गिर गए और उठ नहीं पाए। मारे गए छात्रों की पहचान अतुल थांबी, अन्न रुफ्ता, सारा थॉमस और एल्विन थाइकट्टुशेरी के रूप में हुई है। दो अन्य की हालत भी गंभीर बताई गई है।