टूटा करोड़ों फैंस का दिल, अहमदाबाद में कंगारुओं ने रोक दिया टीम इंडिया के अश्वमेघ का घोड़ा
अहमदाबाद
पैट कमिंस ने विश्व कप 2023 के खिताबी मुकाबले से पहले कहा था हम सभी को सन्न कर देंगे। चुप करा देंगे। उनकी टीम ने अपने कप्तान के बयान को सही भी साबित किया। पहले खौफनाक गेंदबाजी और फिर दमदार बैटिंग से करोड़ों भारतीय दिलों को चकनाचूर कर दिया। भारत का विश्व विजेता बनने का ख्वाब एक बार फिर अधूरा रह गया। लगातार 10 मैच जीतकर यहां तक पहुंची टीम इंडिया ने फाइनल में घुटने टेक दिए। 2003 की तरह एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया विश्व विजेता बना और रिकॉर्ड छठी बार ट्रॉफी अपने नाम करने में कामयाब रहा। भारत ने सभी विकेट खोकर 240 रन बनाए थे। शुरुआत में 3 विकेट जल्दी गिरे तो लगा कंगारू दबाव में आ जाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। ट्रैविस हेड (120 गेंद में 135 रन, 4 छक्के, 15 चौके) और मार्नस लाबुशेन ने मैदान पर टिककर मैच को एकतरफा कर दिया और इस तरह से दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में 140 करोड़ भारतीयों को दिल टूट गया।
भारतीय बल्लेबाज हो गए फेल
इससे पहले मिचेल स्टार्क की अगुआई में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलिया ने लोकेश राहुल और विराट कोहली के अर्धशतक के बावजूद भारत को 240 रन पर समेट दिया। राहुल (107 गेंद में 66 रन, एक चौका) और कोहली (63 गेंद में 54 रन) ने चौथे विकेट के लिए 67 रन की साझेदारी करके भारत को शुरुआती झटकों से उबारा। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने हालांकि नियमित तौर पर भारत को झटके दिए जिससे मेजबान टीम कभी बड़े स्कोर की ओर बढ़ती नहीं दिखी और अंतत: 50वें ओवर की अंतिम गेंद पर मौजूदा विश्व कप में टीम पहली बार ऑल आउट हो गई।
रोहित को छोड़कर कोई भी नहीं खुलकर खेल सका
कप्तान रोहित शर्मा (47) ने शुरुआत में तेज पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्टार्क सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 55 रन तीन विकेट विकेट चटकाए। कप्तान पैट कमिंस (34 रन पर दो विकेट) और जोश हेजलवुड (60 रन पर दो विकेट) ने भी दो-दो विकेट हासिल किए। भारत को हालांकि बल्लेबाजों के अति रक्षात्मक रवैये से भी नुकसान हुआ। भारतीय पारी में कुल 12 चौके और तीन छक्के लगे। इसमें से आखिरी 40 ओवर में सिर्फ चार चौके लगे जो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के दबदबे को दर्शाता है।
पैट कमिंस के गेंदबाजों ने कर दिया बर्बाद
कमिंस ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का न्योता दिया और गेंदबाजों ने उनके फैसले को सही साबित किया। कप्तान रोहित शर्मा (47) ने एक बार फिर तीखे तेवर दिखाए। उन्होंने जोश हेजलवुड पर दो चौके जड़ने के बाद उनके अगले ओवर में लगातार गेंदों पर छक्का और चौका मारा। शुभमन गिल (04) हालांकि मिचेल स्टार्क की गेंद पर तेज प्रहार करने की कोशिश में मिड ऑन पर एडम जंपा को कैच दे बैठे। बेहतरीन फॉर्म में चल रहे विराट कोहली ने स्टार्क पर लगातार तीन चौकों के साथ सातवें ओवर में भारत का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया।
6.3 ओवर के बाद भारत का खेल हुआ बर्बाद
भारत ने 6.3 ओवर में अर्धशतक पूरा किया जो एकदिवसीय विश्व कप फाइनल में किसी टीम के रनों का सबसे तेज अर्धशतक है। रोहित ने इसके बाद ग्लेन मैक्सवेल की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका मारा लेकिन अगली गेंद पर को हवा में लहरा बैठे और ट्रेविस हेड ने कवर्स से पीछे की ओर भागते हुए शानदार कैच लपका। उन्होंने 31 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और तीन छक्के मारे। पिछले दो मैच में शतक जड़ने वाले श्रेयस अय्यर (04) ने मैक्सवेल पर चौके से खाता खोला लेकिन अगले ओवर में कमिंस की गेंद पर विकेटकीपर जोश इंग्लिस को कैच दे बैठे जिससे भारत का स्कोर तीन विकेट पर 81 रन हो गया। कोहली ने एडम जंपा पर एक रन के साथ 16वें ओवर में भारत के रनों का शतक पूरा किया।
10 से 40 ओवर तक कोहली और राहुल की स्लो बैटिंग
बीच के ओवरों में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारत पर शिकंजा कसा जिससे रन गति में गिरावट आई। अय्यर के 10वें ओवर की अंतिम गेंद पर चौके बाद भारत को अगली बाउंड्री के लिए 97 गेंद तक इंतजार करना पड़ा। लोकेश राहुल ने 27वें ओवर में मैक्सवेल की गेंद पर पैडल स्कूप के साथ फाइन लेग पर चौका मारा। कोहली ने जंपा की गेंद पर एक रन के साथ 56 गेंद में मौजूदा विश्व कप का अपना छठा अर्धशतक पूरा किया। कोहली हालांकि अर्धशतक पूरा करने के बाद कमिंस की उछाल लेती गेंद को विकेटों पर खेलकर बोल्ड हो गए। उन्होंने 63 गेंद की अपनी पारी में चार चौके मारे। राहुल ने स्टार्क की गेंद पर एक रन के साथ 86 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। हेजलवुड ने हालांकि गेंदबाजी में वापसी करते हुए रविंद्र जडेजा (9) को विकेटकीपर इंग्लिस के हाथों कैच कराके भारत का स्कोर पांच विकेट पर 178 रन कर दिया।
सूर्यकुमार फिर हुए नाकाम
राहुल के पहले चौके बाद भारत को एक बार फिर बाउंड्री के लिए 75 गेंद का इंतजार करना पड़ा। सूर्यकुमार ने 39वें ओवर में जंपा पर चौका मारा। भारत इस तरह 11वें से 40वें ओवर तक सिर्फ दो चौके मार पाया। राहुल ने जंपा की गेंद पर एक रन के साथ 41वें ओवर में भारत के 200 रन पूरे किए। कमिंस ने इसके बाद गेंद एक बार फिर स्टार्क को थमाई और वह इस बार राहुल को विकेटकीपर इंग्लिस के हाथों कैच कराकर एक बार फिर कप्तान की उम्मीदों पर खरे उतरे। राहुल ने 107 गेंद में सिर्फ एक चौका मारा। स्टार्क ने अगले ओवर में मोहम्मद शमी (6) को भी इंग्लिस के हाथों कैच कराया।