गाजा के लिए रवाना हुआ दूसरा भारतीय विमान, जयशंकर बोले- फिलिस्तीनियों की मदद करते रहेंगे
नई दिल्ली
इजरायली बलों और हमास आतंकवादियों के बीच बढ़ते युद्ध के बीच भारत ने रविवार को गाजा पट्टी में मानवीय सहायता की दूसरी खेप भेजी। गाजा पट्टी में इजरायली सेना ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया है। गाजा में मरने वालों की संख्या 12,000 से अधिक हो गई है। X पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया कि भारत फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता जारी रखेगा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जानकारी दी, "भारत का दूसरा विमान MCC C17 विमान 32 टन सहायता लेकर मिस्र के एल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ।" एल-अरिश हवाई अड्डे की गाजा से दूरी लगभग 45 किमी दूर है। यहां मौजूद राफा गाजा पट्टी में किसी भी मानवीय सहायता के लिए एकमात्र क्रॉसिंग पॉइंट है।
इससे पहले 22 अक्टूबर को, भारत ने युद्ध के बीच फिलिस्तीनियों को मदद पहुंचाने के लिए मदद की पहली खेप भेजी थी। इसमें 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री का पहला बैच भेजा गया था। इसमें सर्जिकल सामान, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल समेत कई जरूरी चीजें शामिल थीं। गौरतलब है कि हमास के 7 अक्टूबर के हमले के बाद युद्ध सातवें सप्ताह में प्रवेश कर चुका है। इस हमले में अभी तक 12,00 से अधिक इजरायली और 12 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है।
गाजा का सबसे बड़ा अस्पताल बना डेड जोन
गाजा पर भयंकर लड़ाई में इजरायली सेना आईडीएफ अधिकतर स्थानों पर कब्जा कर चुकी है। यहां के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा पर कुछ दिन पहले इजरायली सेना ने ऑपरेशन चलाया था। यहां हमास आतंकियों की सुरंग होने की इनपुट थे। हालांकि सुरंगे तो नहीं मिली लेकिन, अस्पताल से आईडीएफ ने हथियार और बम बारूज जरूर बरामद किया है। गाजा में हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि ईंधन की कमी के कारण बिजली कटौती के कारण अस्पताल में दर्जनों लोगों की मौत हो गई है।