रामनवमी पर इंदौर में बड़ा हादसा: बावड़ी की छत धंसने से 13 लोगों की मौत, 20 बचाए गए, रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म
इंदौर
मध्य प्रदेश के इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी पर बड़ा हादसा हो गया. छत धंसने से 30 से ज्यादा लोग 40 फीट गहरी बावड़ी में गिर गए थे. इनमें से 13 लोगों की मौत हो गई है. रेस्क्यू टीम ने 20 लोगों को बचा लिया है. अब रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है. बावड़ी में चार से पांच फीट पानी है. इसलिए रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आई.
इंदौर कलेक्टर इलैया राजा ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा- 'इस मामले की न्यायिक जांच की जाएगी. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर कलेक्टर से बात की. मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान किया है.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सपना संगीता रोड स्थित स्नेह नगर में हवन के दौरान हादसा हुआ. कन्या पूजन का कार्यक्रम था, इसलिए मंदिर में भीड़ ज्यादा थी. 30 से ज्यादा लोग बावड़ी की छत पर बैठे थे. तभी ज्यादा वजन होने की वजह से उसकी छत टूट गई. लोग 40 फीट नीचे गिर गए. यह मंदिर करीब 60 साल पुराना है.
मंदिर परिसर में चल रहा खुदाई का काम
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, मंदिर परिसर में निर्माण और खुदाई का काम चल रहा है. मंदिर परिसर में निर्माण कार्य के चलते भी कुएं की दीवार धंसकने से फर्श गिरने की आशंका जताई जा रही है. इसके अलावा कुछ लोगों ने चूहों के कारण कुआं खोखला होने की बात भी कही. लेकिन, अभी तक किसी अधिकारी ने हादसे के कारण के बारे में बयान नहीं दिया है.
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे में अभी तक 19 लोगों को बचाया गया है। मंदिर से अभी तक 11 शव निकाले गए हैं, जिसमें 10 महिलाएं और 1 पुरुष हैं। बचाए गए 19 लोगों में भी 2 की मौत हो गई है। कुल 13 की मौत हुई है। घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि बेलेश्वर झूलेलाल मंदिर में एक बावड़ी जैसी जगह थी जिस पर छत डालकर मंदिर बना दिया गया था। यह छत धंस गई। 25-30 लोगों के अंदर गिरने की जानकारी आई थी। एक बच्ची लापता है। पानी को खाली कराया जा रहा है। गोताखोर भी उतरे हुए हैं।
पटेल नगर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में यह हादसा हुआ। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। बावड़ी की छत धंसने की खबर आने के बाद मंदिर के आस-पास उन चिंतित लोगों की भीड़ जुट गई, जिनके परिजन हादसे के वक्त मंदिर में मौजूद थे। पटेल नगर रहवासी संघ के अध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि हादसे की सूचना दिए जाने के बाद भी मौके पर एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची थी।
बावड़ी पर छत डाल कैसे बना दिया गया मंदिर?
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने बताया कि असल में मंदिर को गलत तरीके से बनाया गया था। एक पुरानी बावड़ी के ऊपर छत डालकर मंदिर का स्वरूप दे दिया गया था। करीब एक दशक पहले यह छत डालकर मंदिर बनाया गया था, जो अधिक लोगों का भार नहीं सह पाया।
मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख की सहायता
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने घटना की जांच के निर्देश दिए हैं। मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए राहत राशि दी जाएगी और घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे: मुख्यमंत्री ने हादसे पर दुख जाहिर किया तो पीएम मोदी ने भी शिवराज सिंह चौहान से बात की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घटना पर दुख जताया और इसको लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान से बात कर रेस्क्यू आपरेशन की जानकारी भी ली.
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे में अभी तक 19 लोगों को बचाया गया है। मंदिर से अभी तक 13 शव निकाले गए हैं, जिसमें 10 महिलाएं और 1 पुरुष हैं। बचाए गए 19 लोगों में भी 2 की मौत हो गई है। कुल 13 की मौत हुई है। घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि बेलेश्वर झूलेलाल मंदिर में एक बावड़ी जैसी जगह थी जिस पर छत डालकर मंदिर बना दिया गया था। यह छत धंस गई। 25-30 लोगों के अंदर गिरने की जानकारी आई थी। एक बच्ची लापता है। पानी को खाली कराया जा रहा है। गोताखोर भी उतरे हुए हैं।
पटेल नगर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में यह हादसा हुआ। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। बावड़ी की छत धंसने की खबर आने के बाद मंदिर के आस-पास उन चिंतित लोगों की भीड़ जुट गई, जिनके परिजन हादसे के वक्त मंदिर में मौजूद थे। पटेल नगर रहवासी संघ के अध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि हादसे की सूचना दिए जाने के बाद भी मौके पर एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची थी।
बावड़ी पर छत डाल कैसे बना दिया गया मंदिर?
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने बताया कि असल में मंदिर को गलत तरीके से बनाया गया था। एक पुरानी बावड़ी के ऊपर छत डालकर मंदिर का स्वरूप दे दिया गया था। करीब एक दशक पहले यह छत डालकर मंदिर बनाया गया था, जो अधिक लोगों का भार नहीं सह पाया।
मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख की सहायता
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने घटना की जांच के निर्देश दिए हैं। मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए राहत राशि दी जाएगी और घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे: मुख्यमंत्री ने हादसे पर दुख जाहिर किया तो पीएम मोदी ने भी शिवराज सिंह चौहान से बात की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घटना पर दुख जताया और इसको लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान से बात कर रेस्क्यू आपरेशन की जानकारी भी ली.
लोहे की जाली पर स्लैब डालकर किया था निर्माण
मंदिर के पास टीनशेड में बावड़ी पर निर्माण था. लोग नवमी पर हवन कर रहे थे तभी हादसा हुआ. निगम अफसरों के मुताबिक 40 फीट गहरी है बावड़ी, उस पर लोहे की जाली थी। एक कमरे के बराबर चौड़ाई है बावड़ी की. लोहे की जाली पर स्लैब डालकर निर्माण किया गया. हवन के दौरान बावड़ी की छत पर ज्यादा लोगो के होने से जाली टूटी और हादसा हुआ. बावड़ी की जानकारी निगम के अफसरों को नहीं थी. हादसे के बाद अफसरों को पता चला कि यहां बावड़ी है. भोपाल में वरिष्ठ अफसर, मुख्यमंत्री को भी दे रहे जानकारी. कलेक्टर बोले अभी हमे काम करने दे रेस्क्यू चल रहा. बाद में जानकारी देंगे. कलेक्टर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने तीन बार फोन पर जानकारी ली.
कम जगह के कारण बड़ी मशीनें नहीं लगा सकें- कैलाश विजयवर्गीय
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जैसे ही उन्हें सूचना उन्होंने तुरंत ही रेस्क्यू आपरेशन करने के निर्देश दे दिए थे. उन्होंने कहा कि जगह कम होने से बड़ी मशीनें नहीं लगा सकते थे. हालांकि यहां पर पर्याप्त व्यवस्था की गई। पर्याप्त लाइट और आक्सीजन की व्यवस्था की गई है. अभी तक 12 लोगों को निकाला जा चुका है, अभी 8-9 लोगों के अंदर होने की सूचना है. करीब आधे घंटे में सभी लोगों को बाहर निकाल लिया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने लिया स्थिति का संज्ञान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में बेलेश्वर महादेव मंदिर स्थित बावड़ी में कुछ श्रद्धालुओं की फंसे होने की घटना का संज्ञान लिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर कलेक्टर व इंदौर कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय, इंदौर जिला प्रशासन से निरंतर संपर्क में है. इंदौर पुलिस के आला अधिकारी, जिला प्रशासन के आला अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं. श्रद्धालुओं को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं. बावड़ी से कुछ लोगो का रेस्क्यू अब तक किया जा चुका है.
जिला प्रशासन मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू में जुट गया है. हालांकि, कुएं में पानी है, इसके चलते रेस्क्यू अभियान में दिक्कत हो रही है. मंदिर के आस पास लोगों को जाने से मना कर दिया गया है.
सीएम शिवराज सिंह ने अधिकारियों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेलेश्वर महादेव मंदिर में हुई घटना पर संज्ञान लिया है. शिवराज सिंह ने इंदौर कलेक्टर और कमिश्नर को फोन कर रेस्क्यू अभियान तेज करने का निर्देश दिया है. सीएम दफ्तर लगातार इंदौर जिला प्रशासन के संपर्क में है.
इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि संख्या के बारे में बताना मुश्किल है. 7 लोगों को निकाल लिया गया है. हमारी प्राथमिकता कुएं में गिरे लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकालने की है. रेस्क्यू टीम, पुलिस और स्थानीय लोग लोगों को बाहर निकालने में जुटे हैं. जिन लोगों को बाहर निकाला गया है, उन्हें अस्पताल में भेजा गया है.
मौके पर NDRD की टीम समेत प्रशासनिक अमला मौजूद
हादसे के बाद चीख पुकार सुनते ही आस पास के रहवासी भी मंदिर में पहुंचे उस समय अफरा तफरी का माहौल हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय पुलिस सहित एनडीआरएफ की टीम जिला प्रशासन का अमला व पुलिस कमिश्नर भी मौके पर पहुंचे और बावड़ी में गिरे हुए लोगो को निकालने का काम शुरू किया गया.