सैनिकों के लिए छह महीने बाद फिर शुरू हुई लेह से चार्टर्ड फ्लाइट
नई दिल्ली
गो-फर्स्ट एयरलाइंस की चार्टर्ड फ्लाइट बंद होने से भारतीय सेना के लेह और उसके आसपास तैनात सैनिकों को आवाजाही में भारी दिक्कत हो रही थी लेकिन अब शनिवार यानी 11 नवंबर से सेना ने एयर इंडिया के साथ उड़ान शुरू कर दी है। गो-फर्स्ट की चार्टर्ड फ्लाइट करीब छह महीने से ज्यादा वक्त से बंद है जिसके बाद भारतीय सेना ने गो-फर्स्ट पर पेनल्टी भी लगाई। अब सेना ने एयर इंडिया के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। आज दिल्ली से लेह और फिर लेह से दिल्ली करीब 300 सैनिकों ने उड़ान भरी।
सेना अपने सैनिकों को छुट्टी पर भेजने या छुट्टी से वापस आने के लिए गो फर्स्ट की चार्टर सर्विस का इस्तेमाल करती थी। लेह से दिल्ली और लेह से चंडीगढ़ के बीच भारतीय सैनिकों की आवाजाही इसके जरिए होती थी।
हफ्ते में पांच दिन लेह से दिल्ली के बीच और दो दिन लेह से चंडीगढ़ के बीच गो-फर्स्ट की फ्लाइट चलती थी। इससे सैनिक 2-3 घंटे में डेस्टिनेशन पर पहुंच जाते थे।
इस साल मई की शुरूआत में यह सर्विस बंद हो गई जिससे लेह में तैनात ज्यादातर सैनिकों को सड़क के रास्ते आवाजाही करनी पड़ रही थी जिसमें 6-7 दिन का वक्त लग रहा था। फॉरवर्ड एरिया से सैनिकों के मूवमेंट में ज्यादा वक्त लगने से यूनिट में सैनिकों की गैरमौजूदगी पहले के मुकाबले ज्यादा वक्त तक हो रही थी।
ज्यादा दिक्कत लेह में इसलिए आ रही थी क्योंकि नियमों के मुताबिक यहां तैनात सैनिकों के पास 1 नवंबर से लेकर 31 मई तक किसी भी एयरलाइंस से ट्रैवल करने का विकल्प रहता है। लेकिन जून से लेकर 31 अक्टूबर तक उनके पास छुट्टी पर जाने या आने के लिए या तो एयरफोर्स की कूरियर सर्विस का विकल्प होता है या फिर चार्टर्ड सर्विस का जो अब तक गो-फर्स्ट एयरलाइंस थी। नहीं तो उन्हें फिर सड़क के रास्ते ही आना जाना पड़ता है।