कांग्रेस के उम्मीदवार गारंटी सहित स्थानीय मुद्दों के सहारे, भाजपा के उम्मीदवार विकास, राममंदिर, पीएम के भरोसे
भोपाल
विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस जहां अपने- अपने बहुमत का दावा कर रही हों, वहीं दोनों राजनीतिक पार्टियों ने अधिक से अधिक मतदाताओं तक पहुंचने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। चुनाव प्रचार के दौरान भले ही भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया हो। लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के उम्मीदवार जहां कमलनाथ की 11 गारंटी और स्थानीय समस्याओं के सहारे मतदाताओं को साधने में लगे हुए है तो वहीं भाजपा के उम्मीदवार डबल इंजन की सरकार के विकास कार्यो,राममंदिर के लोकार्पण और पीएम मोदी के विजनरी थीम के सहारे मतदाताओं को साधने में लगे हुए है।
मालवा में पर्यटन बना बड़ा मुददा
प्रदेश में एक सियासी कहावत है जो पार्टी मालवा- निमाड़ क्षेत्र को फतह कर ली प्रदेश में उसी पार्टी की सरकार बनती है। मालवा क्षेत्र में इस बार दोनों पार्टियों के उम्मीदवार स्वच्छता की बजाए पर्यटन क्षेत्र को और व्यापक बनाने का दावा कर रहे हो। भाजपा के उम्मीदवार उज्जैन और ओमकारेश्वर के विकास को लेकर भाजपा सरकार की देन बता रहे है तो वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार इसे तत्कालीन कमलनाथ सरकार की देन बता रहे है। हालांकि दोनों पार्टियों के उम्मीदवार मालवा – निमाड़ क्षेत्र में सांस्कृतिक विकास विकास और आदिवासी समाज को आत्मनिर्भर बनाने का दावा करते हुए मतदाताओं को साधने में लगे हुए है।
विंध्य क्षेत्र में विकास बना बड़ा मुद्दा
भाजपा से बगावत करके विधायक नारायण त्रिपाठी ने विंध्य जनता पार्टी का गठन करके चुनाव मैदान में उतर गए है। विंध्य जनता पार्टी के मैदान में उतरने से यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के उम्मीदवार विंध्य क्षेत्र के विकास के बहाने मतदाताओं को साधने में लगे हुए है। हालांकि भाजपा सरकार में विंध्य क्षेत्र का विकास हुआ है। लेकिन इसके बावजूद भी स्थानीय स्तर पर विंध्यप्रदेश बनाने की मांग भी जोर पकड़ने लगी है। लेकिन विंध्यप्रदेश की बात नारायण त्रिपाठी के अलावा अन्य पार्टी के उम्मीदवार नहीं कर रहे है।
राष्टÑीय मुददे गायब: विधानसभा चुनाव के दौरान भले ही भाजपा- कांग्रेस के दिग्गज नेता एक दूसरे पर निशाना साध रहे हो । लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान राष्टÑीय मुद्दों को लेकर कोई भी पार्टी एक दूसरे पर हमला नहीं कर रही है। महंगाई को छोड़ दिया जाए तो कांग्रेस भी भाजपा को घेरने के लिए किसी अन्य मुददे को चुनावी विषय नहीं बना रही है। कांग्रेस भी प्रदेश से जुड़ी समस्याओं को लेकर भाजपा को घेरने में लगी हुई है।
महाकौशल और नर्मदापुरम में पर्यटन और शिक्षा की बात
महाकौशल और नर्मदापुर क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार जहां विकास और गारंटी की बात कर रहे है तो वहीं पर्यावरण और शिक्षा को और बेहतर बनाने की बात कर रहे है।
चंबल क्षेत्र में घोटाला बड़ा मुद्दा
ग्वालियर – चंबल क्षेत्र में 34 सीटे आती है। यहां पर कांग्रेस के उम्मीदवार भाजपा सरकार में हुए घोटालों के साथ ही सड़क, नाली, पार्क और अस्पताल सहित अन्य समस्याओं के बहाने मतदाताओं को साधने में लगे हुए है। जबकि भाजपा के उम्मीदवार यहां विकास कार्य के अलावा डाकू के आंतक से क्षेत्र को मुक्त करने और बेहतर शिक्षा का वातावरण बनाने को लेकर मतदाताओं को साधने में लगे हुए है।