पंचायत के रोजगार सेक्रेटरी और पंचायत सेक्रेटरी के हड़ताल के कारण छतरपुर जिले के कामों में मुख्यमंत्री की बहना योजना प्रभावित
काफी समय से रोजगार सहायक कर रहे हड़ताल नहीं सुन रही है सरकार पंचायत का काम हो रहा है प्रभावित
पन्ना
पन्ना काफी समय से इंतजार कर रहे मध्यप्रदेश के बहनों के लिए मध्य प्रदेश की योजना मुख्यमंत्री बहना योजना मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बड़े मंचों से मुख्यमंत्री बहना योजना की सौगात प्रदेश में दे चुके हैं और फार्म भरने की तारीख भी घोषित होकर फार्म भी भरने लगे है लेकिन काम करने वाले जिम्मेदार अधिकारी जब हड़ताल पर रहेंगे तो कौन भरेगा फार्म पंचायत के सभी काम प्रभावित हैं काफी समय से रोजगार सहायक हड़ताल कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी नहीं सुन रही है उपेक्षा के शिकार हो रहे रोजगार सहायक काफी समय से परेशान हैं लेकिन उसका खामियाजा जनता को झेलना पड़ रहा है लेकिन सरकार में बैठे जिम्मेदार अधिकारी रोजगार सहायक पंचायत सेक्रेटरी आए दिन हड़ताल कर रहे हैं
और एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री जनता को आवाहन दे रहे हैं अधिकारियों कोनिर्देश दे रहे हैं की बहना योजना के फार्म को पंचायत स्तर पर लिया जाए और जल्दी ही बहनों के कागजों को लेकर आवेदनों को पोर्टल में दर्ज करके लोगों को जल्द ही सुविधा मिल सके ऐसे प्रयास किए जा रहे थे लेकिन जब जिला ही नहीं पूरे मध्यप्रदेश में रोजगार सहायक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं उसी तर्ज पर पंचायत के सचिव भी हड़ताल पर चले गए हैं जिससे ग्राम पंचायतों में आने वाली बहनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है एक तो केवाईसी को लेकर जनता परेशान है
तो दूसरी तरफ प्रशासन मैं बैठे जिम्मेदार अधिकारी भी लापरवाही करने में बिल्कुल भी बाज नहीं आ रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण छतरपुर जिले की सभी ग्राम पंचायतों में देखा जा सकता है जिसमें गरीब महिलाएं गरीब जनता लंबी-लंबी कतारों में पंचायतों के चक्कर लगा रही है और कई परेशानियों का सामना कर रही हैं जिससे उनका पैसा ही खर्च नहीं हो रहा है साथ ही उनका समय भी बर्बाद हो रहा है और वह काम नहीं कर पा रहे हैं लेकिन प्रदेश सरकार के कानों में रूह तक नहीं रेंग रही है जिला प्रशासन प्रशासन भी क्या करें वह भी कहीं ना कहीं प्रदेश सरकार के इशारों में निर्देशों में कार्य कर रही है
लेकिन अधिकारियों की मनमानी के चलते काफी दिक्कतों का सामना जनता को करना पड़ रहा है जिससे लोग काफी परेशान है भारतीय जनता पार्टी की सरकार में अधिकारियों का इतना बोलबाला है कि उनको सत्ता का सत्ता में बैठे नेताओं का बिल्कुल भी डर नहीं है अगर डर होता तो कहीं ना कहीं वह अपने काम को जिम्मेदारी से करते और पब्लिक को जनता को परेशान नहीं होना पड़ता लेकिन कहीं ना कहीं सत्ता का डर नेताओं को सता रहा है जिससे वह अधिकारियों से नोकझोंक की राजनीति करने में कतरा रहे है सब जानते हुए भी बेचारी जनता को परेशान किया जा रहा जिसका खामियाजा आने वाले चुनावों में देखा जा सकता है