भोपाल में प्रदूषण को लेकर एनजीटी सख्त, कलेक्टर और नगर निगम समेत छह लोगों को भेजा नोटिस
भोपाल
कोलार उपनगर में चूनाभट्टी चौराहे से गोलजोड़ तक 22 किलोमीटर लंबी सिक्सलेन सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी वजह से इस मार्ग में वायु प्रदूषण का स्तर बहुत खराब हो चुका है। राहगीरों का यहां निकलना मुश्किल हो गया है। अब इस मामले में जनता की परेशानी को देखते हुए आरटीआइ कार्यकर्ता नितिन सक्सेना ने राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) में पिटीशन दायर की है।
सक्सेना ने बताया कि इस मामले में एनजीटी ने कलेक्टर, नगर निगम, सचिव पीडब्ल्यूडी, कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी, मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और सड़क निर्माण एजेंसी को नोटिस भेजा है। साथ ही जिम्मेदारों से पूछा है कि यदि प्रदूषण इतना बढ़ रहा है तो आप लोग क्या कर रहे हैं?
एनजीटी ने दिए निर्देश
वहीं, एनजीटी ने प्रदूषण की जांच के लिए कलेक्टर और मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की समिति बनाने के निर्देश दिए हैं। यह समिति मौके पर जाकर निरीक्षण करेगी और पता करेगी कि सड़क निर्माण की वजह से प्रदूषण कितना बढ़ा है।
अगली सुनवाई 16 जनवरी को होगी
साथ ही इसे रोकने के लिए क्या इंतजाम किए जा सकते हैं। इसकी समुचित रिपोर्ट समिति को आगामी छह सप्ताह में एनजीटी के समक्ष प्रस्तुत करनी होगी। इसकी अगली सुनवाई 16 जनवरी 2024 को होगी।