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बच्चों पर बढ़ने लगा भयानक बीमारी का खतरा, स्कूलों को जारी हुए ऑडर

लुधियाना
डेंगू के निरंतर चल रहे प्रकोप के बीच यह भी सामने आया है कि मरीजों में काफी संख्या बच्चों की भी सामने आ रही है जिसमें 1 वर्ष से कम आयु के बच्चों से लेकर 10 साल के बच्चों पर डेंगू का काफी असर देखा जा रहा है।कुछ वर्ष पहले पंजाब राज्य बाल अधिकार रक्षा कमीशन ने राज्य के स्वास्थ्य, स्कूल शिक्षा विभागों के अलावा पंजाब सरकार के प्रमुख सचिव तथा सभी जिला शिक्षा अफसरों को पत्र लिखकर स्कूली बच्चों को डेंगू व चिकनगुनिया से बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा था। तब बच्चों में डेंगू के प्रकोप को लेकर उनके बीमार होने से लेकर अकाल मृत्यु के समाचार भी सामने आए थे जिसे लेकर पंजाब राज्य बाल अधिकार कमिशन ने सभी विभागों से तुरंत बचाव करें शुरू करने को कहा था।

विशेषज्ञों ने कहा कि डेंगू बुखार से कई बच्चे भी सामने आ रहे हैं, इसलिए राज्य की सभी म्यूनिसिपल कमेटियों, निगमों को जिलों के शहरी क्षेत्र के स्कूलों में फॉगिंग, मच्छर मारने की दवाई का छिड़काव करवाए जाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए जाएं। यह प्रक्रिया इस मौसम तथा भविष्य के लिए भी जारी रखी जाए। इसके अलावा स्कूल शिक्षा विभाग शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों के सभी सरकारी स्कूलों के बच्चों को इस मौसम में पूरी ड्रैस पहनकर आने को कहा जाए। यह प्रक्रिया इस मौसम में तथा भविष्य में भी जारी रखी जाए। उल्लेखनीय है कि विशेषज्ञों द्वारा डेंगू से बचाव के लिए पूरा शरीर ढककर रखने वाले कपड़े पहनने को कहा जाता है परंतु बहुत से स्कूल ड्रैस कोड के चलते हैं बचाव कार्यों संबंधी निर्देशों का पालन नहीं करते।

निजी स्कूल अपने स्तर पर करें बचाव
निजी स्कूलों के बच्चों की सुरक्षा के लिए सभी जिलों के एलीमैंटरी व सैकेंडरी शिक्षा अफसरों को निर्देश जाएं कि वे अपने-अपने जिले के सभी प्राइवेट स्कूलों निर्देश दें कि वे अपने स्कूलों में फॉगिंग करवाएं और इसके लिए निजी मशीनों की खरीद करें अथवा मशीनें किराए पर लेकर इस बचाव कार्य को पूरा करें। इसके अलावा सभी सिविल सर्जनों को स्थानीय सरकार, ग्रामीण विकास व पंचायती विभाग से तालमेल करके सर्वे करवाया जाए और अगर कहीं भी मच्छर का लारखा मिलता है तो वहां स्प्रे किया जाए। इसके अलावा घरों में भी मच्छर भगाने वाले मत प्रतिरोधों का इस्तेमाल किया जाए बच्चों को बाहर खेलने जाने से पहले उन्हें मच्छरों को भागने वाली क्रीम लगाई जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि बच्चे पूरे कपड़े पहनकर खेलने के लिए जाएं।

सुबह-शाम मच्छरों के डक का अधिक खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार सुबह-शाम को डेंगू का मच्छर अधिक सक्रिय होता है ऐसे में बचाव संबंधी कार्यों का विशेष ध्यान रखा जाए इसके अलावा अपने घर के आसपास छत पर पानी खड़ा न होने दें। अपने घर में लगे पौधों को सीमित मात्रा में सिंचित करें।
 
50 नए मरीज आए सामने
जिले में पिछले 24 घंटे में डेंगू के 50 नए मरीज सामने आए हैं इनमें 20 मरीजों में स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू की पुष्टि की है जिममें 13 मरीज शहरी इलाकों के रहने वाले हैं जबकि साथ ग्रामीण क्षेत्र से संबंधित हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में जिले में 137 एक्टिव केस विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। इनमें 105 शहरी इलाकों के रहने वाले हैं जबकि 32 ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित है

प्रमुख अस्पताल ही दे रहे हैं डेंगू की रिपोर्ट
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार जिले में प्रमुख अस्पताल ही डेंगू की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को कर रहे हैं रिपोर्ट्स के अनुसार दयानंद अस्पताल में 78, दीप अस्पताल में 43, जी.टी.बी. में 5, सिविल अस्पताल में 7, विजय आनंद तथा ग्लोबल अस्पताल में 2-2 मरीज भर्ती हैं।

 

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