सपा को झटका पार्टी के महासचिव रवि प्रकाश वर्मा ने इस्तीफा दिया
लखीमपुर खीरी
यूपी में समाजवादी पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है. लखीमपुर खीरी में सपा के दिग्गज नेता और चार बार सांसद रहे रवि प्रकाश वर्मा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. वर्मा को क्षेत्र में कुर्मी वोट बैंक का बड़ा चेहरा माना जाता है. वे सपा में महासचिव भी रहे हैं. संसदीय बोर्ड के सदस्य रह चुके हैं. ऐसी अटकलें हैं कि वर्मा सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.
बता दें कि रवि प्रकाश वर्मा वो नेता हैं, जिनका मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव से बहुत पुराना रिश्ता रहा है. उनके परिवार के लोग कई बार सांसद रहे हैं. लखीमपुर खीरी क्षेत्र से वर्मा परिवार के पास करीब 10 बार सांसदी रही है. वे पिछले कुछ दिनों से सपा के कार्यक्रमों में भी नजर नहीं आ रहे थे.
पूरे मामले को लेकर रवि वर्मा ने बताया कि समाजवादी पार्टी से उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। अब वह पूरे परिवार के साथ कांग्रेस की सदस्यता लेने जा रहे हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने बताया कि कांग्रेस की लोकसभा चुनाव की तैयारियां जारी हैं। इसी क्रम में पार्टी में ज्वाइनिंग का सिलसिला चल रहा है। हाल ही में कई छोटे दलों ने कांग्रेस में विलय किया है। कई नेता कांग्रेस में आने की इच्छा जता चुके हैं। पूर्व सांसद रवि प्रकाश के आने से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी।
कुर्मी समाज में मजबूत पकड़
वहीं राजनीतिक जानकर बताते हैं कि रवि प्रकाश की पहचान दिग्गज कुर्मी नेताओं में होती है। उनके कांग्रेस के पाले में आने से खीरी ही नहीं बल्कि धौरहरा, सीतापुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बाराबंकी आदि लोकसभा क्षेत्रों पर भी असर पड़ेगा। इन लोकसभा क्षेत्रों की अलग-अलग विधानसभा सीटों में कुर्मी समाज निर्णायक भूमिका में हैं। अकेले खीरी में पिछड़े वर्ग की करीब 35 प्रतिशत आबादी में कुर्मी की संख्या सर्वाधिक है। लखीमपुर खीरी के गोला निवासी रवि प्रकाश वर्मा सपा के संस्थापक सदस्यों में रहे हैं। उनका परिवार पुराना समाजवादी रहा है। साथ ही इस क्षेत्र में उनका खास प्रभाव भी रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वर्मा का परिवार खीरी लोकसभा क्षेत्र का 10 बार प्रतिनिधित्व कर चुका है।
'2019 में रवि वर्मा की बेटी ने लड़ा था चुनाव'
बताते चलें कि रवि प्रकाश वर्मा के माता-पिता कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं. माना जा रहा है कि रवि वर्मा की बेटी पूर्वी वर्मा भी अपने पिता के साथ कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं. 2019 के चुनाव में पूर्वी वर्मा ने बीजेपी के अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. वर्तमान में अजय मिश्रा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हैं.
'4 बार सांसद रहे हैं रवि वर्मा'
रवि वर्मा लखीमपुर खीरी जिले के गोला के रहने वाले हैं. वो 4 बार सांसद रहे हैं और एक बार राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं. वर्मा को इसी साल सपा ने तीसरी बार पार्टी का महासचिव बनाया था.
'बेटी के साथ कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं वर्मा'
सूत्र बताते हैं कि हाल ही में वर्मा की कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात हुई थी. तब से माना जा रहा था कि वे सपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.