पुलिस का नवाचार, बायोमेट्रिक मशीन पर अँगूठा लगाते ही खुलेगी अपराधी की कुंडली
इंदौर
प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर स्वच्छता के बाद अब सुरक्षा में भी नंबर वन बनने की तैयारी में जुटी है। यही कारण है कि, शहर की पुलिस व्यवस्था चाक-चौबंद नजर आने लगी है। साथ ही अलग-अलग नए नवाचारों के जरिए पुलिस व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने का काम जारी है। वहीं पुलिस विभाग की ओर से किए जा रहे नवाचार प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज सिंह चौहान को भी पसंद आने लगे हैं। यही कारण है कि, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर पुलिस की जमकर सराहना करते हुए अलग-अलग नवाचारों के लिए पुलिस को प्रोत्साहित किया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि, प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दिशा में कड़े कदम उठाने के साथ नित नए नवाचार भी किए जा रहे हैं। इसी क्रम में इंदौर पुलिस ने सिटीजन काप से मिल कर ऐसी तकनीक विकसित की है जिससे बायोमेट्रिक मशीन पर अँगूठा लगाते ही अपराधी का सम्पूर्ण रिकार्ड बिना विलंब प्राप्त हो जाएगा। इंदौर पुलिस ने 9 माह तक इसका ट्रायल किया है। इस व्यवस्था के लिये इंदौर पुलिस को 40 मशीन उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस नवाचार से संदिग्ध व्यक्ति और अपराधियों की पहचान सरल होगी और उन पर त्वरित कार्यवाही की जा सकेगी।
मुख्यमंत्री चौहान श्यामला हिल्स उद्यान भोपाल में पौध-रोपण के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। कुछ इस तरह किए जा रहे प्रयास मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, लाड़ली बहना योजना में आवेदन करने के लिए बहनों में उत्साह है। सभी गाँव और वार्डों से आवेदन प्राप्त होना शुरू हो गए हैं। अब तक 6 लाख 96 हजार 522 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। योजना में ई-केवाईसी कराने के लिए पैसा माँगने वालों की जानकारी तत्काल 181 नम्बर पर फोन कर दी जाए। उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इंदौर इंदौर पुलिस की ओर से अलग-अलग नवाचार किए जा रहे हैं, जहां इन नवाचारों के जरिए अपराधों में कमी लाने के साथ ही लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करने का उद्देश्य इंदौर पुलिस ने रखा है। यही कारण है कि, इंदौर पुलिस के नवाचार अब रंग लाते नजर आ रहे हैं, जहां शहर में अपराधों में कमी देखने मिल रही है। साथ ही लोग भी सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।ॉ