कल 11.25 बजे से प्रारंभ हो जाएगा चंदग्रहण
भोपाल
शरद पूर्णिमा कल है, लेकिन देर रात को लगने वाले चंद्र ग्रहण के कारण आज ही शरदोत्सव मनाया जा रहा है। राजधानी के कृष्ण मंदिरों में आज शरद पूर्णिमा मनाई जा रही है और विभिन्न आयोजन हो रहे हैं। वहीं, शनिवार को कुछ मंदिरों में शाम 4 बजे से पहले पूजा अभिषेक के बाद मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। हिंदू उत्सव समिति भी आज ही शीतलदास की बगिया में नौका विहार का आयोजन कर रही है। घोड़ा नक्कास स्थित राधा कृष्ण मंदिर के लड्डू गोपाल का नौका विहार कराया जाएगा। इससे पहले आज शाम 7 बजे मंदिर से चल समारोह निकाला जाएगा, जो शीतलदास की बगिया पहुंचेगा। वहीं बांके बिहारी मंदिर में भगवान कृष्ण राधा रानी के संग गर्भग्रह सेबाहर आकर श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे।
हालांकि शरद उत्सव मनाने को लेकर पंडितों व ज्योतिषों में एक राय नहीं है। उनका कहना है कि इस बार शरद पूर्णिमा पर केवल व्रत, जप करना शुभ है, लेकिन खीर प्रसादी का भोग नहीं लगेगा, लेकिन एक दिन पहले 27 अक्टूबर की रात में शरदोत्सव मनाया जा सकता है। क्योंकि रात्रि के अंतिम पहर की समाप्ति के 27 व 28 की रात्रि में 1.54 बजे पूर्णिमा तिथि स्पर्श हो जाएगी। ऐसे में शास्त्रोक्त रूप से आज शरद पूर्णिमा मनाना श्रेष्ठ होगा। वहीं 28 अक्टूबर रात 11.25 बजे से चंद्र ग्रहण प्रारंभ हो जाएगा। शाम 4.05 से ही इसका सूतक लग जाएगा। मोक्ष रात 2.30 बजे होगा। ऐसे में 28 को सूतक काल एवं ग्रहण काल में खान-पान, प्रत्यक्ष पूजा, निषेध रहती है।
श्री बांके बिहारी संग प्रियाजी राधारानी मंदिर के बीच आंगन में सिंहासन पर होंगे विराजमान
श्री बांके बिहारी लाल जी मार्कण्डेय महाराज मंदिर तलैया चोबदारपुरा भोपाल में चन्द्र ग्रहण होने के कारण एक दिन पूर्व आज शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया जाएगा। क्योंकि शनिवार को पूर्णिमा पर सांयकाल 4 बजकर 5 मिनट से 9 घंटे पूर्व चंद्रग्रहण की सूतक प्रारंभ हो जाएगी तथा ग्रहण रात्रि में 1 बजकर 5 से प्रारंभ होकर रात्रि में 2 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। इस निमित्त श्री बांके बिहारी संग प्रियाजी राधारानी एक दिन पूर्व अपने गर्भ से बाहर आकर शरद ऋतु में मंदिर के बीच आंगन में सिंहासन पर विराजमान होंगे।