PM मोदी 30 अक्तूबर को महाकाल की नगरी से करेंगे प्रदेश में चुनावी सभा का शंखनाद
उज्जैन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मध्य प्रदेश में गहरी रुचि है। वह पांच वर्ष में 35 बार मध्य प्रदेश का दौरा कर चुके हैं। इसमें दस माह में दस बार उनके दौरे का मकसद राजनीतिक रहा है। इस विधानसभा चुनाव को भाजपा पूरी गंभीरता के साथ लड़ रही है। मध्य प्रदेश के नेताओं की मदद के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने पूरी ताकत झोंक दी है।
MP पर PM की नजर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं मध्य प्रदेश पर नजर रख रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी इस साल जनवरी से पांच अक्टूबर 2023 तक करीब 10 महीनों में मध्य प्रदेश के 10 दौरे कर चुके हैं। वे जब भी आए मध्य प्रदेश की तारीफ तो की है। साथ ही केंद्र सरकार ने प्रदेश के लिए क्या-क्या काम किए उसे भी बताया और लोगों को यह भरोसा दिलाया कि मोदी है तो मुमकिन है, मोदी है तो काम की गारंटी और मोदी है तो विकास है।
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है प्रत्याशियों ने जहां अपने नामांकन भरना शुरू कर दिए हैं, वहीं चुनाव अभियान की शुरुआत भी जल्द होने वाली है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन से चुनावी सभा की शुरुआत कर सकते हैं जो कि प्रदेश की सबसे पहली और बड़ी सभा होगी। इस बात के संकेत सोमवार को उज्जैन आए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने दिए थे। उन्होंने भाजपा नेताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अक्तूबर को मिजोरम की यात्रा के बाद दोपहर बाद सीधे उज्जैन आएंगे और उनकी यहां चुनावी सभा रखी गई है। आप सभी मिलकर तैयारी करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी अभियान की शुरुआत यहीं से करने जा रहे हैं। इसलिए सभा अच्छी और बड़ी होना चाहिए। नगर अध्यक्ष विवेक जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के लिए भाजपा के दोनों प्रत्याशी डॉ. मोहन यादव एवं अनिल जैन कालूहेड़ा के साथ सभी भाजपा नेता सभा स्थल के संभावित स्थल का दौरा करेंगे। सम्भवतः प्रधानमंत्री की सभा नानाखेड़ा स्टेडियम या कार्तिक मेला प्रांगण में जहां पिछले वर्ष नवंबर में सभा हुई थी। इन दोनों स्थल में से कोई एक स्थल तय किया जाएगा। इसका निर्णय मंगलवार दोपहर बाद स्थल निरीक्षण करने के बाद किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेकर प्रदेश के चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं। जिसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह भी है कि मालवा में यदि भाजपा जीती तो सरकार बनती है और सबसे पहले ध्यान भाजपा के बड़े नेताओं का मालवा की सीटों पर ही है इसीलिए यहीं से प्रदेश के चुनाव अभियान का प्रारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने वर्ष 2018 के चुनावों से पहले जनवरी 2018 से नवंबर 2018 तक 11 महीने में नौ दौरे किए थे। नवंबर 2018 में चुनावों की तारीखों की घोषणा के बाद भी प्रधानमंत्री पांच रैलियों में शामिल हुए थे। प्रधानमंत्री अब तक मध्य प्रदेश के 36 दौरे कर चुके हैं और प्रदेश को 1,17,479.26 करोड़ की विभिन्न परियोजनाएं दे चुके हैं।
पत्र में शिवराज की तारीफ कर विपक्ष को दिया संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश की साढ़े नौ करोड़ जनता के नाम चिट्ठी भी लिखी है। उन्होंने प्रदेश के विकास की तारीफ की। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश की भाजपा सरकार की भी जमकर तारीफ की है। राजनीति के विशेषज्ञों की माने तो प्रधानमंत्री की चिट्ठी के कई मायने हैं। उन्होंने इस विधानसभा चुनाव में स्वयं को फ्रंट पर तो रखा है वहीं शिवराज की तारीफ कर विपक्ष को एक नया संदेश भी दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मप्र के नाम लिखी चिट्ठी में कहा है कि मेरे प्यारे मध्य प्रदेश वासियों, मां नर्मदा की इस पावन धरा को मेरा प्रणाम। मैं जब भी मध्य प्रदेश आता हूं, आपके मन में मेरे प्रति इतना प्रेम और स्नेह देखकर मुझे अपार ऊर्जा मिलती है। उन्होंने मध्य प्रदेश में 20 साल की भाजपा सरकार के कार्यकाल को भी सराहा है।
कांग्रेस सरकार का सौतेले व्यवहार
मोदी ने वर्ष 2014 से पहले का उल्लेख करते हुए लिखा कि केंद्र की कांग्रेस सरकार के सौतेले व्यवहार के कारण, मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार को जनकल्याण एवं प्रदेश के विकास में अनेक कठिनाइयां आती थी। 2014 के बाद केंद्र में भाजपा सरकार बनने के बाद मध्य प्रदेश के भीतर एक नयी क्षमता का विस्तार हुआ और हमने मिलकर जहां मध्य प्रदेश को एक उज्ज्वल भविष्य दिया है वहीं अपने गौरवशाली इतिहास को भी सहेजा है।