ओडिशा के IAS वीके पांडियन, क्यों लिया अचानक VRS
नईदिल्ली
ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के निजी सचिव रहे वीके पांडियन को ओडिशा कैबिनेट में बड़ी जिम्मेदारी मिलने जा रही है। वीआरएस लेने के एक दिन बाद ही उनकी पॉलिटिकल एंट्री की घोषणा हो गई है। वह नवीन पटनायक कैबिनेट का हिस्सा होंगे। उनके रिटायरमेंट के ऐलान के बाद ही राजनीतिक एंट्री को लेकर कयास तेज हो गए थे। राजनीतिक गलियारों में वीके पांडियन का अच्छा प्रभाव है। वीके पांडियन बीते 12 साल से नवीन पटनायक के निजी सचिव थे। ओडिशा सरकार से बताया गया है कि पांडियन 5टी (ट्रांसफॉर्मेशन इनिशिएटिव) के अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त हुए हैं। वह सीधे मुख्यमंत्री के अंडर में काम करेंगे।
कैसे बढ़ा कद
वीके पांडियन का कद नवीन पटनायक की करीबी की वजह से ही बढ़ा। वह नवीन पटनायक के गृह नगर गंजम के भी जिला कलेक्टर रह चुके हैं। इसके बाद ही दोनों की करीबी बढी। वह मयूरभंज के भी कलेक्टर रह चुके हैं। नवीन पटनायक की नजर में आने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री का निजी सचिव नियुक्त किया गया। 2011 से ही वह पटनायक के सहयोगी के तौर पर काम कर रहे हैं।
49 साल के पांडियन तमिल हैं और वह पंजाब कैडर से आईएएस अधिकारी थे। हालांकि उनकी शादी आईएएस अधिकारी सुजाता रौत से हुई और इसके बाद उन्होंने अपना कैडर बदल लिया। ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार में उन्होने कई योजनाओं के लिए ऐसा काम किया जिससे पटनायक काफी प्रभावित थे। इसके अलावा वह सोशल मीडिया पर भी काफी लोकप्रिय हैं। उनका पीआर इस तरह का था कि वह अपने साथ एक कैमरा टीम भी लेकर चलते थे। सरकारी योजनाओं और कार्य के निरीक्षण के दौरान के वीडियो भी वह पोस्ट किया करते थे। पांडियन और नवीन पटनायक की करीबी इतनी बढ़ गई है कि कई बार नेताओं को अपनी अर्जी लेकर उनके सामने ही लाइन लगानी पड़ती है।