50 साल में पहली बार गाजा ने देखी ऐसी तबाही, 2,329 फिलिस्तीनियों की मौत
इजराइल
हमास और इजराइल के बीच जारी मौजूदा संघर्ष में 2,329 फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है और यह पांच गाजा युद्धों में से फलस्तीनियों के लिए सबसे घातक युद्ध बन गया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, इजराइल और हमास के बीच 2014 में हुए युद्ध में 2,251 फलस्तीनियों की मौत हुई थी, जिनमें से 1,462 आम नागरिक थे। मौजूदा युद्ध में मृतक संख्या रविवार को 2014 में हुए युद्ध की मृतक संख्या को पार कर गई।
वर्ष 2014 में हुआ युद्ध छह सप्ताह चला था और इसमें इजराइली पक्ष के 74 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें छह आम नागरिक शामिल थे। मौजूदा युद्ध लगभग एक सप्ताह पहले उस समय शुरू हुआ था, जब हमास के आतंकवादियों ने अचानक दक्षिणी इजराइल में हमला कर दिया था। इन हमलों में 1,300 से अधिक इजराइली मारे गए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में आम नागरिक शामिल हैं।
इजराइल के लिए यह मिस्र और सीरिया के साथ 1973 में हुए युद्ध के बाद से अब तक का सबसे घातक युद्ध साबित हो रहा है। बता दें कि सात अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर समंदर, जमीन और आसमान तीनों रास्तों से हमला किया था। इस बार हमास के हमला इस तरह का था कि इजरायल ने तत्काल युद्ध के हालात का ऐलान कर दिया। इसके बाद इजरायल ने गाजा पट्टी में जवाबी हमला शुरू किया जिसमें 2300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं गाजा का बड़ा क्षेत्र वीरान हो गया है।
क्या है 50 साल पुराना विवाद
1948 में इजरायल के बनने के बाद अरब ने इजरायल पर हमाल कर दिया था। इसमें इजरायल ने फिलिस्तीनियों को भगा दिया। इसके बाद 1967 में इजरायल ने मिस्र पर हमला किया। इजरायल ने पूर्वी येरुशलम, वेस्ट बैंकऔर गाजा पर कब्जा कर लिया। इसके बाद फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन का गठन हुआ जिसने इजरायल को मान्यता दे दी। बाद में इजरायल ने गाजा को छोड़ा लेकिन अब भी यहां हर चीज की सप्लाई पर इजरायल का ही नियंत्रण है।