Israel-Hamas War के कारण दुनिया की सबसे बड़ी चिप मेकर कंपनी ने रद्द किया समिट
नईदिल्ली
हमास और इजरायल के बीच शुरू हुए युद्ध का असर दुनियाभर के बाजार पर भी दिखने लगा है. अमेरिकी शेयर मार्केट पर इसका खासा असर दिख रहा है. शनिवार को हमास ने इसरायल पर बड़ा हमला किया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने जान गंवा दी है. एनालिस्ट और इनवेस्टर्स की मानें, तो असर टेक कंपनियों पर भी पड़ेगा.
हाई-टेक इंडस्ट्री ने पिछले दशकों में इजरायल में तेजी से ग्रो किया है. इजरायल में इन कंपनियों के निवेश पर काफी ज्यादा असर पड़ सकता है. Intel इस मामले पर नजर बनाए हुए है. ये जानकारी कंपनी के स्पोकपर्सन ने दी है.
क्या है टेक कंपनियों को हाल?
इजरायल में Intel सबसे बड़ा प्राइवेट एम्प्लॉयर और एक्सपोर्टर है. कंपनी ने कहा है कि इस युद्ध का असर चिप प्रोडक्शन पर नहीं पड़ा है. बता दें कि Intel पहली बड़ी कंपनी है जिसने इजरायल में अपने ऑपरेशन शुरू किया था.
इस साल जून में ही इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि Intel देश में 25 अरब डॉलर का निवेश करने की प्लानिंग में है. वहीं Nvidia ने तेल अवीव में होने वाले अपने AI समिट को रद्द कर दिया है.
Nvidia आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कम्प्यूटर ग्राफिक्स के लिए चिप बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी चिप मेकर है. कंपनी ने बताया कि अगले हफ्ते होने वाले अपने AI समिट को कैंसल कर दिया है.
इजरायल बेस्ड Tower सेमीकंडक्टर कंपनी का कहना उनका कामकाज पहले की तरह ही चल रहा है. ये कंपनी मिक्स्ड सेमीकंडक्टर्स, खासकर ऑटोमोटिक और कंज्यूमर इंडस्ट्रीज के लिए बनाती है. इजरायल में IBM, Apple, Microsoft, Google और फेसबुक सभी के ऑफिस हैं. इजरायल की टेक इंडस्ट्री की शुरुआत 1974 में हुई थी, जब Intel ने अपनी शुरुआत यहां पर की.
शुरू हुई साइबर वॉर
हमास और इजरायल के बीच शुरू हुई इस जंग में साइबर अटैक भी हो रहे हैं. इस तरह के हमले यूक्रेन और रूस के बीच हुए युद्ध में भी देखने को मिले थे. फिलिस्तीनी समूह लगातार इजरायल पर साइबर हमले कर रहे हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो इस जंग में कुछ प्रो-इंडियन हैकर्स भी शामिल हो गए हैं, जो हमास से जुड़े संगठनों को निशाना बना रहे हैं.
रिपोर्ट्स की मानें तो प्रो-फिलिस्तीन हैकर्स के ग्रुप ने दिल्ली सरकार की वेबसाइट को निशाना बनाया था. हालांकि, अब ये वेबसाइट ठीक तरह से काम कर रही है. हमास के समर्थन वाले ये हैकर्स समूह लगातार इजरायल के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को टार्गेट कर रहे हैं.