सीबीआई का आई कार्ड लेकर टिकट चेक कर रहा फर्जी टीटीई गिरफ्तार
बेगूसराय
बेगूसराय रेल पुलिस ने सीबीआई रेलवे का आईडी कार्ड लेकर टिकट चेक करने वाले एक फर्जी टीटीई को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए युवक के पास से रेलवे का टिकट बनाने वाली रसीद भी बरामद की गई है। मामले की सूचना वरीय पदाधिकारियों को देने के साथ हिरासत में लिए गए युवक से पूछताछ की जा रही है।
हिरासत में लिए गए युवक ने अपनी पहचान नालंदा जिला के छबिलापुर थाना क्षेत्र के मंजेठा निवासी चंद्रदेव पासवान का पुत्र विक्रम कुमार बताया है। जिसका छानबीन किया जा रहा है। इसके पास से टिकट बनाने वाले रसीद का बंडल, कॉलेज का आईडी कार्ड, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के स्पेशल ऑफिसर का आईडी कार्ड, रेलवे विभाग में टीटीई का आईडी कार्ड एवं मोबाइल फोन और पर्स बरामद किया गया है।
बेगूसराय जीआरपी थानाध्यक्ष अखिलेश्वर शर्मा ने बताया कि हिरासत में लिए गए युवक के पास से सीबीआई और रेलवे अन्य कई फर्जी आईडी कार्ड और संदिग्ध सामान बरामद किया गया है। युवक से कड़ाई से पूछताछ और जांच पड़ताल की जा रही है। वरीय पदाधिकारियों को सूचना दी गई है, इसके बाद अग्रेत्तर कार्रवाई की जाएगी।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि बीते शाम पटना से पूर्णिया जा रही 18698 कोशी एक्सप्रेस में भारी भीड़ थी। ट्रेन जैसे ही राजेन्द्र पुल सिमरिया को क्रॉस कर बेगूसराय की ओर बढ़ी। इसी दौरान एक युवक टिकट चेकिंग करने लगा और बेवजह यात्रियों को धमका कर पैसा वसूली करने का प्रयास किया। कुछ यात्रियों ने हिम्मत करके जब पूछताछ किया तो उसने अपने आपको जनहित एक्सप्रेस का टीटीई बताते हुए आज कोशी एक्सप्रेस में टिकट चेकिंग ड्यूटी लगने की बात कही।
यात्रियों ने जब कड़ाई से पूछताछ किया तो पता चल गया कि यह फर्जी तरीके से टिकट चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली कर रहा है। दो महीने से उसने मुंबई रूट पर चेकिंग कर वसूली किया। अब उस रूट पर पकड़े जाने के डर से डर से इधर आ गया था। पकड़े गए युवक ने छोड़ देने के बदले मनमाना पैसे देने का भी प्रलोभन दिया। लेकिन यात्रियों ने उसकी एक नहीं सुनी तथा उसे पकड़ कर बैठा लिया। बाद में बेगूसराय स्टेशन पर गाड़ी रुकते ही जीआरपी थाना के हवाले कर दिया गया।
फिलहाल पकड़े गए युवक से करीब पूछताछ चल रही है इस मामले में पूछताछ के लिए सीबीआई की टीम की भी होने की संभावना है। क्योंकि उसके पास से बरामद सीबीआई के स्पेशल ऑफिसर का आईडी कार्ड देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा हो सकता है। सघन पूछताछ में ही इस संबंध में और कुछ खुलासा हो सकता है।