संजय सिंह के दो करीबियों को ED ने भेजा समन
नईदिल्ली
दिल्ली के शराब नीति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) शिकंजा कसती जा रही है. ईडी ने अब संजय सिंह के दो करीबियों को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है. दोनों के यहां एजेंसी ने कुछ समय पहले रेड भी डाली थी. इसके अलावा शराब घोटाले में आरोपी दिनेश अरोड़ा के सहयोगी कंवरबीर सिंह को भी ईडी ने संजय सिंह के मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है.
दरअसल, बुधवार को संजय सिंह को ईडी ने गिरफ्तार किया था. अब उनके दो सहयोगियों सर्वेश मिश्रा और विवेक त्यागी को ईडी ने समय भेजा है. संजय सिंह की कस्टडी मांगते वक्त ईडी ने सर्वेश के नाम का भी जिक्र किया था.
ईडी ने सर्वेश मिश्रा और विवेक त्यागी को आज 11 बजे पूछताछ के लिए बुलाया है. माना जा रहा है कि ईडी सर्वेश मिश्रा और विवेक त्यागी को संजय सिंह के सामने बैठाकर पूछताछ कर सकती है. ईडी सूत्रों के मुताबिक, सर्वेश को संजय सिंह के कहने पर एक करोड़ रुपये मिले थे.
कौन हैं सर्वेश और विवेक?
सर्वेश मिश्रा संजय सिंह के आंदोलन के समय से युवा सहयोगी रहे हैं. सर्वेश मिश्रा को आम आदमी पार्टी में प्रवक्ता की जिम्मेदारी भी दी गई है. वह सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा एक्टिव भी रहते हैं और संजय सिंह की सभी पोस्ट को शेयर भी करते हैं. सर्वेश मिश्रा संसद के कामकाज में भी संजय सिंह के लिए अहम भूमिका निभाते हैं.
वहीं, विवेक त्यागी शुरुआत से ही आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह की टीम का अहम हिस्सा हैं. आम आदमी पार्टी में संजय सिंह उत्तर प्रदेश के प्रभारी भी हैं. वहीं, विवेक त्यागी हापुड़ में जिला प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. आंदोलन की शुरुआत से ही विवेक त्यागी संजय सिंह के साथ जुड़े हुए हैं.
क्यों गिरफ्तार हुए संजय सिंह?
शराब घोटाले में आरोपी दिनेश अरोड़ा की गवाही के बाद संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया है. ईडी ने अपनी चार्जशीट में आरोप लगाया था कि दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की थी. इस बैठक में संजय सिंह भी मौजूद थे. दिनेश अरोड़ा ने पूछताछ के दौरान बताया था कि वह सबसे पहले एक कार्यक्रम में संजय सिंह से मिला था. इसके बाद वह मनीष सिसोदिया के संपर्क में आया. सूत्रों का कहना है, यह दिल्ली चुनाव से पहले AAP नेता द्वारा आयोजित एक फंड जुटाने का कार्यक्रम था. इतना ही नहीं दिनेश अरोड़ा ने संजय सिंह को भी करोड़ों रुपये देने का आरोप लगाया है.
बढ़ती जा रहीं आम आदमी पार्टी की मुश्किलें
दिल्ली सरकार 2021-22 में नई शराब नीति लेकर आई थी. नई नीति में घोटाले के आरोप लगे थे. उप राज्यपाल ने इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. नई शराब नीति जब लागू हुई थी, तब तत्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के पास आबकारी विभाग था. ऐसे में यह नई शराब नीति आम आदमी पार्टी की सरकार के लिए गले की फांस बन गई. शराब नीति घोटाले में जांच कर रही सीबीआई और ईडी ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को इसी साल फरवरी में गिरफ्तार किया था. वे अभी जेल में हैं.