भोपालमध्यप्रदेश

राजधानी भोपाल में अब तीन की जगह 5 तहसील होंगी, कोलार-हुजूर का होगा पुनर्गठन

भोपाल

राजधानी भोपाल में अब तीन की जगह 5 तहसील होंगी। मौजूदा दो तहसील हुजूर और कोलार का पुनर्गठन कर नई तहसील संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़), महाराणाप्रताप नगर, तात्या टोपे नगर और शहर भोपाल का गठन किया जाएगा। इस प्रस्ताव को कल होंने वाली कैबिनेट बैठक में मंजूरी प्रदान की जाएगी।

मंत्रालय में कल होने वाली कैबिनेट बैठक में भोपाल के अलावा खंडवा, सिंगरौली, आगर मालवा जिलों में भी नवीन तहसीलों के गठन के प्रस्तावों को मंजूरी दी जाएगी। खंडवा जिले के छैगांव मांखन को नवीन तहसील बनाए जाने, सिंगरौली जिले में बरगवों को नवीन तहसील का दर्जा दिए जाने और आगर मालवा में नवीन तहसील सोयतकला के गठन के प्रस्ताव पर चर्चा के बाद मंजूरी दी जाएगी। भोपाल में वर्तमान में केवल दो तहसीले हुजूर और कोलार ही है। जिले की जनसंख्या बढ़ने के बाद आम नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अब तहसीलों का पुर्नगठन करते हुए चार तहसीलें बनाई जाएंगी। वहीं वन विभाग के सेवानिवृत्त वन क्षेत्रपाल रुपसिंह  रोझ के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने पर भी चर्चा की जाएगी।

पन्ना को एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी मिलेगी
 राज्य आयोजना से प्रस्तावित नवीन योजना कृषि यंत्रीकरण  क्षेत्र में कौशल विकास योजना का अनुमोदन कैबिनेट में कराया जाएगा। इसके अलावा पन्ना में कृषि महाविद्यालय की स्थापना के प्रस्ताव पर भी चर्चा के बाद मंजूरी प्रदान की जाएगी। चैटीखेड़ा वृहह सिचाई परियोजना की प्रशासकीय मंजूरी भी कल होंने वाली कैबिनेट में दी जाएगी। मध्यप्रदेश राज्य परिसम्पत्ति प्रबंधन कंपनी लिमिटेड में विभिन्न पदों के पुनर्सयोजन पर भी चर्चा की जाएगी।

अमरकंटक ताप विद्युत गृह में 660 मेगावाट की नई इकाई
मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी की पूंजीगत योजना अंमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई में विस्तार इकाई 660 मेगावाट की स्थापना का अनुमोदन भी कल कैबिनेट में किया जाएगा। इस नई इकाई में 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। इस इकाई के लिए होंने वाले खर्च की प्रशासकीय मंजूरी प्रदान की जाएगी।

समग्र आईडी के बिना भी परीक्षा में बैठेंगे स्टूडेंट
प्रदेश में अब समग्र आईडी नहीं होंने के कारण किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा में बैठने से वंचित नहीं किया जा सकेगा। परीक्षा केन्द्राध्यक्ष की जिम्मेदारी होगी कि वह छात्र को संस्था प्रधान के प्रमाणीकरण के आधार पर परीक्षा में सम्मिलित कराए। राज्य शिक्षा केन्द्र नियंत्रक हरगोविंद खरे ने  सभी जिला शिक्षा केन्द्रों के जिला परियोजना समन्वयकों को इस संबंध में कार्यवाही किए जाने के लिए निर्देशित किया है। किसी परीक्षा केन्द्र पर पांच सौ से अधिक परीक्षार्थी दर्ज होंने पर अतिरिक्त सहायक केन्द्राध्यक्ष की नियुक्ति भी की जाएगी।

ऐसे सभी बच्चे जिनके पास समग्र आईडी नहीं है उनका परीक्षा में प्रमाणीकरण और परीक्षा में शामिल कराने की जिम्मेदारी अब केन्द्राध्यक्ष की होगी। परीक्षा केन्द्राध्यक्ष नवीन बच्चों को केन्द्र पर बैठने की अनुमति दे सकेंगे लेकिन उन्हें इसकी पूरी जानकारी पोर्टल पर अंकित करनाना होगा। छात्र को सही विषय, सही माध्यम,सही पाठयक्रम के प्रश्नपत्र सह उत्तरपुस्तिका  वितरित कर परीक्षा कराने का उत्तरदायित्व  परीक्षा केन्द्राध्यक्ष का होगा। साथ ही इन सभी को पोर्टल पर सही कराने का उत्तरदायित्व भी केन्द्राध्यक्ष का होगा।

 

Pradesh 24 News
       
   

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button