पीएम गति शक्ति: 52,000 करोड़ रुपये की छह ढांचागत परियोजनाओं को मंजूरी देने की सिफारिश
एचपी ने भारत में क्रोमबुक के निर्माण के लिए गूगल के साथ मिलाया हाथ
नई दिल्ली
पीसी निर्माता एचपी ने दो अक्टूबर से भारत में क्रोमबुक के निर्माण के लिए गूगल के साथ हाथ मिलाया है। कंपनी ने यह जानकारी दी।एचपी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, क्रोमबुक उपकरणों का निर्माण चेन्नई के पास फ्लेक्स फैसिलिटी में किया जाएगा।एचपी वहां अगस्त 2020 से लैपटॉप तथा डेस्कटॉप की एक श्रृंखला का उत्पादन कर रहा है।
एचपी इंडिया के वरिष्ठ निदेशक (पर्सनल सिस्टम) विक्रम बेदी ने कहा, ‘‘भारत में क्रोमबुक लैपटॉप के निर्माण से भारतीय छात्रों की किफायती पीसी तक आसान पहुंच मुमकिन होगी। अपने विनिर्माण परिचालन का और विस्तार करके हम सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल का समर्थन करना जारी रखेंगे।''
गूगल के शिक्षा प्रमुख (दक्षिण एशिया) बानी धवन ने कहा, ‘‘एचपी के साथ क्रोमबुक का स्थानीय स्तर पर उत्पादन भारत में शिक्षा के डिजिटल बदलाव के समर्थन को जारी रखने के हमारे प्रयासों के अनुरूप है।''
पीएम गति शक्ति: 52,000 करोड़ रुपये की छह ढांचागत परियोजनाओं को मंजूरी देने की सिफारिश
नई दिल्ली
पीएम गति शक्ति पहल के तहत 52,000 करोड़ रुपये की सड़क और रेलवे की छह बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं को मंजूरी देने की सिफारिश की गई है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
बयान के अनुसार, इससे पीएम गति शक्ति को शुरू करने के बाद से नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) द्वारा मूल्यांकन की गई परियोजनाओं की कुल संख्या 112 हो गई है, जिनकी कुल लागत करीब 11.53 लाख करोड़ रुपये है।इन छह परियोजनाओं का मूल्यांकन 27 सितंबर को 56वीं एनपीजी की बैठक में किया गया।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा, ‘‘पीएम गति शक्ति के तहत समूह की बैठक में छह परियोजना प्रस्तावों का मूल्यांकन किया गया, जिसमें सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की चार परियोजनाएं और रेल मंत्रालय की दो परियोजनाएं शामिल हैं, जिनकी कुल परियोजना लागत करीब 52,000 करोड़ रुपये है।''
अंतर-मंत्रालयी एनपीजी हर पखवाड़े बैठक करता है। इस दौरान वह क्रियान्वयन संबंधी प्रयासों तथा परियोजना स्थल के आसपास व्यापक विकास सुनिश्चित करने के लिए बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का मूल्यांकन करता है।
शीर्ष सात शहरों में जुलाई-सितंबर में आवास बिक्री 36 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 1,20,280 इकाई पर: एनारॉक
नई दिल्ली
स्थिर गृह आवास ब्याज दर के बीच मजबूत मांग के चलते जुलाई से सितंबर के बीच सात प्रमुख शहरों में आवास की बिक्री सालाना आधार पर 36 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 1,20,280 इकाई हो गई।
रियल एस्टेट परामर्श कंपनी एनारॉक ने एक शोध रिपोर्ट में यह जानकारी दी।एक साल पहले की समान अवधि में सात प्रमुख शहरों में आवास बिक्री 88,230 इकाई थी।एनारॉक ने आंकड़े जारी करते हुए कहा कि इस साल जुलाई-सितंबर की अवधि में सात शहरों में आवास की औसत कीमतें सालाना आधार पर 11 प्रतिशत बढ़ी। हैदराबाद में सबसे ज्यादा 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई।
एनारॉक ने इस बात को रेखांकित किया कि जुलाई-सितंबर में तिमाही बिक्री अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र (एमएमआर) और पुणे ने कुल बिक्री में 51 प्रतिशत योगदान दिया।
पुरी ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के दो बार से नीतिगत दर को यथावत रखने से बिक्री अच्छी बनी हुई है।उन्होंने कहा, ‘‘इसने गृह आवास ब्याज दरों को स्थिर रखा है, जिससे आवास खरीदने की भावना अधिक बनी हुई है।''आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर 2023 के दौरान दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में आवास की बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 15,865 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 14,970 इकाई थी।
एमएमआर में समीक्षाधीन अवधि के दौरान आवास बिक्री 26,400 इकाइयों से 46 प्रतिशत बढ़कर 38,500 इकाई हो गई। बेंगलुरु में आवास की बिक्री 29 प्रतिशत बढ़कर 16,395 इकाई हो गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 12,690 इकाई थी।
पुणे में बिक्री अधिकतम 63 प्रतिशत बढ़कर 14,080 इकाइयों से 22,885 इकाई हो गई।हैदराबाद में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 11,650 इकाइयों से 41 प्रतिशत बढ़कर 16,375 इकाई हो गई। चेन्नई में 3,490 इकाइयों से 42 प्रतिशत बढ़कर 4,940 इकाई हो गई।
इस साल जुलाई-सितंबर के दौरान कोलकाता में आवास की बिक्री सात प्रतिशत बढ़कर 5,320 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 4,950 इकाई थी।
गुरुग्राम स्थित रियल्टी कंपनी क्रिसुमी कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक मोहित जैन ने कहा कि मुख्य रूप से आय के बढ़ते स्तर के कारण घर खरीदने की बढ़ती आकांक्षा से पिछले कुछ वर्षों में आवास की मजबूत मांग है। इसके आगे भी जारी रहने की उम्मीद है।