निर्वाचन आयोग का दल चुनावी राज्य राजस्थान और तेलंगाना का दौरा करेगा
नई दिल्ली
निर्वाचन आयोग का एक उच्च स्तरीय दल राजस्थान में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज शुक्रवार से राज्य का तीन दिवसीय दौरा करेगा।
इसी प्रकार तीन अक्टूबर से एक दल तेलंगाना का भी दौरा करेगा और वहां की चुनावी तैयारियों की समीक्षा करेगा।
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने जयपुर में बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय और निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल आज 29 सितंबर से एक अक्टूबर तक जयपुर में रहेंगे। इस दौरान वे राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
गुप्ता ने एक बयान में बताया कि आज 29 सितंबर को मुख्य निर्वाचन आयुक्त, आयुक्त व अन्य वरिष्ठ अधिकारी जयपुर में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। इसके पश्चात आयोग राज्य पुलिस, आयकर, आबकारी, परिवहन, वाणिज्यिक कर विभाग, रेलवे तथा एयरपोर्ट आदि के नोडल अधिकारियों से चर्चा करेंगे।
अगले दिन यानी 30 सितंबर को मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राज्य पुलिस नोडल अधिकारी एवं केन्द्रीय पुलिस बल के नोडल अधिकारियों द्वारा तैयारियों को लेकर टीम के सामने प्रस्तुतिकरण दिया जाएगा। इसके पश्चात जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस महानिरीक्षकों, जिला पुलिस अधीक्षकों और चुनाव से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक कर चुनाव पूर्व तैयारियों का जायजा लेंगे।
एक अक्टूबर को यह दल राज्य की मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक में विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेगा और संवाददाताओं से बातचीत करेगा।
आधिकारिक सूत्रों ने यहां नई दिल्ली में बताया कि चुनाव तैयारियों का जायजा लेने के लिए निर्वाचन आयोग का दल तीन अक्टूबर से तीन दिनों तक तेलंगाना में रहेगा।
राजस्थान और तेलंगाना के अलावा छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, और मिजोरम में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।
माना जा रहा है कि राजस्थान और तेलंगाना के दौरे के बाद निर्वाचन आयोग अक्टूबर के पहले सप्ताह में इन राज्यों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है।
तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल जनवरी में अलग-अलग तारीखों पर समाप्त हो रहा है।
तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) का शासन है, जबकि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकारें हैं।
मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल इस साल 17 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। पूर्वोत्तर राज्य में मिजो नेशनल फ्रंट सत्ता में है।