3 साल में 1,300 करोड़ रुपए का निवेश करेगा रेफेक्स ग्रुप
नई दिल्ली
चेन्नई का रेफेक्स ग्रुप अपने हरित आवागमन उद्यम के जरिए कारोबार के विस्तार के लिए अगले तीन वर्षों में 1,300 करोड़ रुपए का निवेश करेगा। इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) का उपयोग करते हुए रेफेक्स ग्रीन मोबिलिटी तीसरे पक्ष के कर्मचारियों को परिवहन प्रदान करती है। रेफेक्स ग्रीन का परिचालन बेंगलूरु में है और यह हैदराबाद, पुणे तथा दिल्ली जैसे शहरों में विस्तार के लिए लगभग 10,000 वाहन पेश करेगा।
कंपनी ने सोमवार को 49 कारों के साथ चेन्नई में अपना परिचालन शुरू किया है। रेफेक्स ग्रुप दो दशकों से भी अधिक समय से कारोबार में है और यह रेफ्रिजरेंट गैस, अक्षय ऊर्जा, राख और कोयला प्रबंधन, चिकित्सा प्रौद्योगिकियों, फार्मास्युटिकल्स, हवाई अड्डों और परिवहन जैसे विभिन्न व्यावसायिक कार्य क्षेत्रों में फैला हुआ है।
रेफेक्स ग्रुप के प्रबंध निदेशक अनिल जैन ने कहा ‘हम देश भर में अपनी मौजूदगी का विस्तार करने के लिए अगले तीन वर्षों में करीब 1,300 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना बना रहे हैं।’ रेफेक्स ग्रीन ने मार्च 2023 में बेंगलूरु से संपूर्ण-ईवी पहल के रूप में परिचालन शुरू किया था और यह व्यावसायिक यात्रा को सेवा प्रदान करेगी। रेफेक्स ग्रुप ने कहा कि यह यात्रा सेवा पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासन (ईएसजी) में इसकी मौजूदगी को बेहतर करने और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन कम करने में मदद करेगी। कंपनी ने टी नगर में मौजूदा परिसर के अलावा चेन्नई में नए कार्यालय के बारे में भी घोषणा की।
जैन ने कहा कि जहां रेफेक्स ग्रीन मोबिलिटी की टीम मार्च में परिचालन शुरू होने के बाद से बेंगलूरु में कड़ी मेहनत कर रही है, वहीं शहर में कंपनियों की सेवा के लिए चेन्नई में शुरुआत करना हमारे लिए एक स्वाभाविक प्रगति थी। यह शहर के मध्य में अपने नए कार्यालय की घोषणा करने का भी सही समय है। कार्यालय का 15,300 वर्ग फुट का स्थान 100 से अधिक कर्मचारियों को जगह प्रदान कर सकता है।