भूला नहीं बचपन का प्यार…शादी के लिए 250 किमी चलकर प्रेमी के गांव पहुंची प्रेमिका, थाने में लिए फेरे
गया
गया के कोंच थाने के निसुरपुर गांव में बचपन के प्यार की अनोखी कहानी सामने आई है। जहां बचपन के प्यार को प्रेमी ने जीवन साथी बना लिया। हालांकि इस दौरान परिजनों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। जिसके चलते पुलिस थाने में प्रेमी युगल ने सात फेरे लिए और पुलिस की मौजूदगी में शादी हुई।
बचपन में हुआ था प्यार
दरअसल, झारखंड के धनबाद जिला के धर्माबांध बस्ती की रहने वाले मुकुंद महतो की बेटी अंजली को कोंच थाना क्षेत्र के निसुरपुर गांव के रहने वाले भूषण कुमार के बेटे राजू कुमार से प्यार था। राजू ने बताया कि उनके दादा सुरेश राम पूरे परिवार के साथ धनबाद में रहते हैं। स्कूलिंग के समय से ही अंजली और राजू मिले। दोनों एक – दूसरे को दिल दे बैठे। कुछ महीने पहले राजू अपने पैतृक गांव निसुरपुर लौट आया।
पुलिस की मौजूदगी में शादी
अंजली के प्रेम संबंध की जानकारी होने पर उसके परिजनों ने विरोध जताया। अंजली और राजू के बीच प्यार इतना गहरा था, कि अंजली धनबाद से 250 किलोमीटर की दूरी तय कर राजू के गांव पहुंच गई। राजू के दादा सुरेश राम और दादी देवपड़ी देवी ने रिश्ते को स्वीकार करते हुए दोनों के बालिग होने की स्थिति में प्रेमी जोड़े का विवाह नोटरी के माध्यम से करा दोनों को लेकर पंचानपुर ओपी पहुंचे। ओपी में मौजूद ओपी अध्यक्ष राम राज सिंह ने आधार का सत्यापन कराया। पुलिस की मौजूदगी में ओपी के पास के मंदिर में शादी कराया गया।
गांव में चर्चा का विषय बनी शादी
जिसके बाद इस शादी की चर्चा पूरे गांव में है। पहले जिस शादी का विरोध हो रहा था। जिसके चलते पुलिस की मौजदूगी में प्रेमी जोड़े ने शादी रचाई और दोनों को अब बचपन का प्यार भी हासि हो गया है। पुलिस के सहयोग ने जोड़े ने शुक्रिया अदा किया।