रायपुर
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने बीए प्रथम वर्ष के वार्षिक परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। बीए प्रथम वर्ष में 26.67 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण होने में सफल हुए है।लगभग 74 प्रतिशत छात्र अनुत्तीर्ण हुए है। इतने बड़े अनुपात में छात्रों के अनुत्तीर्ण होने से शिक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह उठने लगे हैं।
बीए में इतनी बड़ी संख्या में छात्रों का अनुत्तीर्ण होना गंभीर समस्या है। स्नातक प्रथम वर्ष में किसी भी पाठ्यक्रम 50 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण नहीं हो पाए हैं। बीए प्रथम वर्ष में 23,220 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था, जिसमें 6,425 छात्र पास और 11,333 छात्र फेल हो गए है। वहीं 5,058 छात्रों को पूरक की पात्रता मिली है। 814 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे, 404 छात्रों के परीक्षा परिणाम रोक दिए गए हैं।
कोरोना के समय तीन साल तक सभी पाठ्यक्रमों का परिणाम 90 प्रतिशत से ज्यादा आता था। उस समय आनलाइन परीक्षाएं होती थी, छात्र घर से कापी लिखकर कालेजों में जमा करते थे, जिसके कारण परिणाम भी अच्छा आता था।
उत्तर-पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने वाले प्राध्यापकों ने बताया कि कोरोना के कारण छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। आनलाइन परीक्षा में भी छात्र ज्यादा नहीं लिखते थे। अपने भाई-बहन से उत्तर-पुस्तिका लिखवाकर जमा करते थे। कापी जांचने के दौरान तीन से चार हैंडराइटिंग में लिखी हुई कापी मिलती थी।
स्नातक के किसी भी पाठ्यक्रम का रिजल्ट अच्छा नहीं
विश्वविद्यालय की स्नातक की सभी पाठ्यक्रमों का वार्षिक परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया है। किसी भी पाठ्यक्रम का रिजल्ट 50 प्रतिशत तक नहीं पहुंचा है।बीएससी 37.76 प्रतिशत, बीकाम 44.95 प्रतिशत और बीसीए में महज 20.49 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं।