पश्चिम बंगाल: बारासात में PM मोदी से मिलीं संदेशखाली से आई 5 महिलाएं
बारासात
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हुए कथित महिला उत्पीड़न के मामले पर पूरे बंगाल में हंगामा मचा हुआ है. इस बीच संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं में से 5 महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. दरअसल, पीएम मोदी एक रैली को संबोधित करने पश्चिम बंगाल के बारासात पहुंचे थे. यह इलाका संदेशखाली के नजदीक ही है. यहां संदेशखाली की महिलाएं भी पीएम मोदी से मिलने पहुंचीं, जिनमें से 5 महिलाओं से पीएम मोदी ने मुलाकात की.मोदी इसके बाद नॉर्थ 24 परगना जिले के बारासात पहुंचे। यहां वे भाजपा की नारी शक्ति अभिनंदन रैली में शामिल हुए। रैली में 85 किलोमीटर दूर से संदेशखाली की महिलाएं भी शामिल होने पहुंचीं।
PM ने यहां 38 मिनट का भाषण दिया, जिसमें INDI गठबंधन, पश्चिम बंगाल सरकार, संदेशखाली और केंद्र सरकार की योजनाओं पर बोले। PM ने कहा- इंडी गठबंधन के भ्रष्टाचारी लोग आजकल मेरे परिवार के बारे में पूछ रहे हैं। ये लोग कह रहे हैं कि मोदी का खुद का परिवार ही नहीं हैं, इसलिए मैं परिवारवाद के खिलाफ बात करता हूं।
PM ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर केंद्र सरकार की योजनाओं को राज्य में लागू नहीं होने देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा- महिला सुरक्षा, बेटी बचाओ-बेटी बढ़ाओ, उज्ज्वला योजना, सस्ते सिलेंडर की योजना भी नहीं लागू हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संदेशखाली के मामले को उठाते हुए पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए टीएमसी के खिलाफ जमकर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि ममता सरकार में बेटियां सुक्षित नहीं हैं. संदेशखाली में जो हुआ. उससे देश शर्मसार हुआ है. लेकिन इसके बाद भी टीएमसी सरकार बंगाल की महिलाओं के गुनहगार को बचाने की कोशिश कर रही है.
कोलकाता मेट्रो का BJP सरकार में विकास
पीएम मोदी ने कहा कि कोलकाता तो वह शहर है, जिसकी मेट्रो को देखकर कितनी ही पीढ़ियां बड़ी हुई हैं. जब यहां मेट्रो की शुरुआत हुई, शुरुआती 40 साल में कोलकाता मेट्रो का सिर्फ 28 किलोमीटर का कॉरिडोर बना था. जबकि, बीजेपी सरकार के बीते 10 सालों में कोलकाता मेट्रो का 31 किलोमीटर विस्तार हो चुका है.
140 करोड़ देशवासी ही मेरा परिवार: PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा,'कुछ लोगों को लगता होगा कि किसी राजनेता ने मुझे गाली दी और मैं सबको मेरा परिवार कह रहा हूं, लेकिम मैं सच्चाई बताता हूं. मैं बहुत छोटी उम्र में घर छोड़कर एक झोला लेकर चल पड़ा था. देश के कौने-कौने में भटक रहा था कुछ खोज रहा था. मेरे जेब में कभी एक पैसा नहीं रहता था. लेकिन देशवासियों को जानकर गर्व होगा कि कोई ना कोई परिवार मुझे पूछ लेता था कि भाई-बेटे कुछ खाना खाया है कि नहीं खाया है. साल भर में कंधे पर झोला लेकर घूमता रहा. जेब में एक पैसा नहीं रहा, लेकिन मैं एक दिन भी भूखा नहीं रहा और इसलिए मैं कहता हूं, यही मेरा परिवार है. 140 करोड़ देशवासी ही मेरा परिवार हैं. जब मेरी कोई पहचान नहीं थी.'
परिवारवाद पर भी जमकर साधा निशाना
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा,'विपक्ष वाले जानना चाहते हैं कि कहां है मेरा परिवार. इन घोर परिवारवादियों को जरा यहां आकर नजर डालना चाहिए. यही तो है मोदी का परिवार. मोदी का हर पल इसी परिवार और देश की मातृशक्ति के लिए समर्पित है. जब मोदी को कोई भी कष्ट होता है तो यही माताएं-बहनें रक्षा कवच बनकर खड़ी हो जाती हैं. आज हर देशवासी खुद को मोदी का परिवार कह रहा है. आज देश का हर गरीब, हर किसान, हर नौजवान, हर बहन-बेटी कह रहे हैं मैं हूं मोदी का परिवार.'
देश के विकास के लिए नारी शक्ति को अवसर देना जरूरी
भारत को विकसित बनाने के लिए नारी शक्ति को ज्यादा से ज्यादा अवसर देना जरूरी है। भाजपा सरकार के चलते आज हर सेक्टर में महिलाओं के लिए नए रास्ते बन रहे हैं। जहां जहां इंडी गठबंधन वालों की सरकार है, वहां महिलाओं पर उतना ही अत्याचार है।
टीएमसी सरकार ने कभी बेटी बचाओ-बेटी बढ़ाओ लागू नहीं होने दिया
यहां टीएमसी सरकार ने कभी बेटी बचाओ-बेटी बढ़ाओ लागू नहीं होने दिया। उज्ज्वला योजना, सस्ते सिलेंडर की योजना भी नहीं लागू हुई। 14 लाख से ज्यादा एप्लीकेशन यहां की सरकार के पास पेंडिंग पड़ी हैं। भाजपा सरकार बहन-बेटियों की छोटी-छोटी समस्याओं को दूर करने में जुटी हुई है। हमने अभियान चलाए, योजनाएं बनाईं। सस्ते सेनेटरी पैड बनाने की योजना लाए। हमने मुफ्त टीकाकरण और गर्भवती को 5 हजार रुपए की मदद देने की योजना बनाई। आशा और आंगनवाली कार्यकर्ताओं को 5 लाख की बीमा योजना का फैसला लिया। हर जगह बेटियों के लिए टॉयलट का निर्माण किया। गरीबों को जो घर दिए जा रहे हैं, रजिस्ट्री महिलाओं के नाम होती है। बंगाल में 24 लाख घर ऐसे हैं।
बंगाल में 16 लाख से ज्यादा बहनें लखपती दीदी बन चुकी हैं
बंगाल में 16 लाख से ज्यादा बहनें लखपती दीदी बन चुकी हैं। मुद्रा योजना से बिना गारंटी का कर्ज लेकर अपना बिजनेस शुरू करने वाली माताएं-बहने हैं। सवा लाख करोड़ से ज्यादा पैसे बंगाल की बहनों को मिले हैं। पीएम किसान सम्मान निधि से भी देश की लगभग 3 करोड़ महिला किसानों को पहली बार पैसा मिला है। यहां बहुत बड़ी संख्या में हमारी बहनें कारीगर हैं। इनके लिए पीएम विश्वकर्मा योजना है। इस पर 13 हजार करोड़ से ज्यादा खर्च किए जा रहे हैें।
देश में एक करोड़ से ज्यादा लखपती दीदी
भाजपा सरकार का प्रयास गांव में रहने वाली आप जैसी बहनों को लखपति दीदी बनाने का है। हमने देश में तीन करोड़ बहनों को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा है। जब गांव-गांव में अनेकों लखपती दीदी होगी तो उस गांव की तस्वीर और तकदीर कैसे बदल जाएगी। अभी तक देश में एक करोड़ से ज्यादा लखपती दीदी बनाने में हम सफल हो चुके हैं।
स्व-सहायता समूहों को 8 लाख करोड़ की मदद दिलवाई
10 साल में स्व-सहायता समूहों को स्वरोजगार के लिए 8 लाख करोड़ की मदद बैंकों को दिलवाई है। इसमें बंगाल को 90 हजार करोड़ की मदद मिली है। इन समूहों की ताकत देखते हुए मैंने एक मीटिंग में कहा था कि ये राष्ट्र सहायता समूह है। इस राशि से बंगाल की महिलाओं ने खेती, कुटीर उद्योग, मछली पालन, शहद पालन, हस्तशिल्प में एक से एक काम किए हैं।
महिला विरोधी टीएमसी सरकार महिलाओं का कभी भला नहीं कर सकती
संकट के समय बहनें आसानी से शिकायत कर सकें, इसके लिए महिला हेल्पलाइन बनाई गई हैं। टीएमसी सरकार इसे लागू नहीं होने दे रही है। ऐसी महिला विरोधी टीएमसी सरकार महिलाओं का कभी भला नहीं कर सकती है। साथियों भारत की नारी शक्ति विकसित भारत की एक सशक्त स्तंभ है। नारी शक्ति की आर्थिक शक्ति बढ़े इसके लिए बीते 10 साल में भाजपा सरकार ने लगातार काम किया है। जनधन योजना के तहत करोड़ों बहनों के बैंक खाते खोले हैं। इनमें से 3 करोड़ लाभार्थी बहनें अकेले बंगाल की हैं। इन 10 साल में देश में सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी महिलाओं की संख्या 10 करोड़ को पार कर गई है। बंगाल में ऐसी 1 करोड़ 25 लाख से ज्यादा बहने हैं।