कोरबा
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में SECL की दीपका कोयला खदान में मिट्टी धंसने से 5 लोग दब गए। इनमें से दो को निकाल लिया गया था। हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई है। हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर रेस्क्यू अभियान चलाया गया। सुबह तक चले रेस्क्यू में दो लोग तो सुरक्षित निकाले गए, लेकिन 3 लोगों को नहीं बचाया जा सका।
कोरबा जिले में गुरुवार को एक बंद पड़ी कोयला खदान ढह गई, जिसमें तीन लोगों के मरने की आशंका है। यह जानकारी कोरबा पुलिस ने दी। पुलिस ने बताया कि कम से कम पांच लोग अंदर गए थे और अवैध तरीके से कोयला खनन में लगे हुए थे, तभी अचानक वे मिट्टी के नीचे फंस गए। गुरुवार दोपहर तीन बजे के बाद पीड़ित दीपका क्षेत्र में स्थित साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की बंद पड़ी खुली कोयला खदान में कोयला निकालने के लिए घुसे थे, तभी खदान ढह गई।
खदान प्रबंधन, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और पुलिस के अधिकारियों की टीमें मौके पर पहुंचीं और बचाव अभियान शुरू किया। पुलिस ने बताया कि खदान में घुसे पांच लोगों में से दो बाहर निकलने में सफल रहे जबकि अन्य तीन अंदर ही फंसे रह गए। कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने कहा, 'यह एक बंद पड़ी खदान है जिसमें चार लोग कोयला निकालने गए थे। अचानक खदान ढह गई। एक व्यक्ति को बचा लिया गया है और अन्य तीन अभी भी खदान में हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि वे जीवित हों लेकिन इसकी संभावना कम है।'
इस घटना पर एसईसीएल के पीआरओ डॉ सनीश चंद्र का कहना है, 'जिस इलाके में पांच लोग कोयला निकालने गए थे। वह प्रतिबंधित इलाका है। यहां किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है। इस विषय में पत्र और अन्य माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाता रहता है। यह एक दुखद घटना है, जिसके बाद तीन लोग मिट्टी के नीचे दब गए हैं। जिनकी मौत होने की आशंका है। एसईसीएल और जिला प्रशासन द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। हर संभव मदद की जाएगी।'
वहीं कोयला निकालने के लिए खदान के अंदर गए पांच लोगों में से एक अमित ने बताया कि हम पांच लोग खदान के अंदर कोयला निकालने के लिए गए थे। हम घरेलू इस्तेमाल के लिए भी इसी तरह कोयला निकालते हैं। हम मिट्टी खोदकर खदान के अंदर से कोयला निकालने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान मिट्टी धंस गई। तीन लोग प्रदीप, लक्ष्मण और शत्रुघ्न इसके नीचे दब गए हैं। मै दूर खड़ा था इसलिए बच गया।