दंतेवाड़ा
अरनपुर में 26 अप्रैल को हुए नक्सली हमले में शामिल नक्सलियों तथा अन्य लोगों की तलाश कर रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हमले का मास्टर माइंड जगदीश को बताया जा रहा है, वहीं इस हमले में अरनपुर सड़क पर विस्फोट स्थल के पास आमा पांडुम के लिए नाका कब और कैसे लगा इन सब सवालों के जवाब भी पुलिस ढूंढ रही है।
नक्सली हमले की घटना के बाद पुलिस ने अरनपुर थाना क्षेत्र से चार संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। ये सभी अरनपुर थाना क्षेत्र के तनेली और पेड़का गांव के रहने वाले हैं। गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। जल्द ही इस मामले में बड़े खुलासे की उम्मीद है।
दंतेवाड़ा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने 4 संदिग्धों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में इन लोगों के नक्सलियों से सांठ-गांठ की बात सामने आ रही है, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। पूरी पूछताछ होने के बाद ही पुलिस इस बारे में कुछ कह सकेगी।
उल्लेखनीय है कि 26 अप्रैल को दंतेवाड़ा के अरनपुर और समेली कैंप के बीच नक्सली हमला हुआ था, नक्सलियों के आईईडी विस्फोट में डीआरजी जवानों की पिकअप वाहन को उड़ा दिया था, जिसमें 10 डीआरजी के जवान शहीद हुए थे। जबकि पिकअप वाहन के एक ड्राइवर की मौत इस हमले में हो गई थी। इस घटना के बाद यह पूछा जाने लगा कि नक्सल क्षेत्र में जवानों को पिकअप वाहन में सफर करने की अनुमति किसने दी। बड़ी संख्या में अरनपुर से जवानों की टुकड़ी जब वाहन से जिला मुख्यालय वापस आ रही थी तो सड़क पर रोड ओपनिग पार्टी क्यों नही लगाई गई थी, जैसे कई और सवाल खड़े हो रहें हैं। वहीं इस नक्सली हमले के बाद से ही इलाके में लगातार सर्चिंग जारी है, उसी क्रम में चार लोगों की गिरफ्तारी की गई है, जिसमें एक नाबालिग भी बताया जा रहा है।