भोपालमध्यप्रदेशराज्य

25 दिन बाद भी अमिलिहा हत्याकाण्ड के आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर आईजी को स्थानीय लोगों ने सौंपा ज्ञापन

किराना व्यापारी की हत्या का मामला

शहडोल। संभाग अंतर्गत आने वाले ग्राम अमिलिहा में 4 जून की दरम्यानी रात हुई शिवदयाल शुक्ला की नृशंस हत्या ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना दिया है। इस घटना के बाद से मृतक के परिवारजनों तथा स्थानीय निवासियों में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर आक्रोश व्याप्त है। 25 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस हत्यारों का पता लगाने में नाकाम रही है, जिससे ग्रामीणों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है। उमरिया जिले के थाना पाली चौकी घुनघुटी के अमिलिहा गांव के निवासी शिवदयाल शुक्ला की हत्या 25 दिन पहले उनके घर में अज्ञात बदमाशों ने की थी। शिवदयाल का घर हाईवे के किनारे स्थित है, और वह एक किराना व्यापारी थे, अज्ञात आरोपियों ने पहले घर में लूट की वारदात की और किराना व्यापारी की हत्या कर फरार हो गए थे, घटना के समय घर में शिवदयाल की बूढी मां मौजूद थी जो कुछ सुन बोल नहीं सकती है। दूसरे दिन जब सुबह आस पड़ोस के लोग दुकान पहुंचे तो, दुकान बंद थी, दरवाजा खोल कर देखा तो शिवदयाल का शव खून से लथपथ घर के अंदर पड़ा था। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई, घटना दिनांक से आज तक आरोपी नहीं पकड़े गए हैं। जिसके बाद से लोगों में काफी गुस्सा है। मृतक के परिवार ने अपनी जान की सुरक्षा के चलते अपने घर को छोडक़र शहडोल में किराए के मकान में शरण ले ली है। घटना के बाद से गांव के लोग बेहद चिंतित हैं और उन्हें हर समय खतरे का एहसास हो रहा है।
स्थानीय निवासियों ने इस संबंध में आईजी को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने मांग की है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। गांव के एक वरिष्ठ नागरिक ने कहा, हम इस घटना से पूरी तरह से भयभीत हैं। हम अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और चाहते हैं कि पुलिस जल्द से जल्द हत्यारों को पकडक़र हमें न्याय दिलाए। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस की जांच में लापरवाही उनकी सुरक्षा के लिए खतरा बन गई है। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि पुलिस थाना पाली की निष्क्रियता के कारण गांव के सभी निवासी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ज्ञापन में उल्लेखित है कि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए आवश्यक है कि उच्च स्तरीय जांच की जाए और दोषियों को दंडित किया जाए।
बुधवार को इस मामले में शहडोल आईजी कार्यालय के बाहर सैंकड़ों लोगों ने इक_ा होकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उल्लेखित मांगों को लेकर सभी ने एक सुर में आवाज उठाई, हम न्याय की मांग करते हैं। मृतक के रिश्तेदार ने कहा प्रत्यूष गौतम ने कहा हमें यह नहीं पता कि पुलिस इतनी समय क्यों ले रही है। क्या हमारे जीवन की कोई कीमत नहीं है? उनकी बातों में गहरी चिंता और आक्रोश झलक रहा था। जैसे-जैसे समय बीत रहा है, गांव के लोगों की परेशानिया बढ़ती जा रही हैं। इस भयावह घटना से प्रभावित लोग अब न्याय की उम्मीद लगाए बैठें हैं कि पुलिस शीघ्र ही इस मामले में ठोस कार्रवाई करेगी। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वे मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई करें और हत्यारों को सलाखों के पीछे डालें।

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