मेरठ में फिर दोहराई 2012 वाली कहानी, 11 साल पहले वंदे मातरम पर निलंबित किये थे नौ पार्षद
मेरठ
मेरठ में मेयर हरिकांत अहलूवालिया और निगम पार्षदों के शपथ ग्रहण में 11 साल पुरानी कहानी एक बार फिर दोहराई गई। पिछली बार वर्ष 2012 में मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने निगम बोर्ड बैठक में वंदे मातरम पर हुए विवाद में नौ पार्षदों को निलंबित कर दिया था। इस बार शपथ ग्रहण समारोह में वंदे मातरम का गायन नहीं करने पर मारपीट और जमकर बवाल हुआ।
नगर निगम में वंदे मातरम को लेकर कई बार विवाद होता रहा है। निगम की बोर्ड बैठक में वंदे मातरम के समय अक्सर मुस्लिम पार्षद बाहर निकलते रहे हैं। 2012 में जब मेयर हरिकांत अहलूवालिया की अध्यक्षता में निगम बोर्ड बैठक हो रही थी तो नौ पार्षदों ने बहिष्कार कर दिया था। इस बहिष्कार पर मेयर की अध्यक्षता में बोर्ड ने उन नौ पार्षदों को निलंबित करने का प्रस्ताव पास किया था।
12 दिसंबर 2017 को जब बसपा की मेयर सुनीता वर्मा टाउन हॉल में शपथ ले रहीं थी तो वंदे मातरम के समय वे बैठी रह गईं थी, जबकि तत्कालीन कमिश्नर डा.प्रभात कुमार, निवर्तमान मेयर हरिकांत अहलूवालिया और निगम अधिकारी, पार्षद खड़े होकर वंदे मातरम का गायन कर रहे थे। इस पर भाजपा पार्षदों ने जमकर हंगामा किया था। तब वंदे मातरम के जवाब में अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगे थे। यह मामला देश, प्रदेश में चर्चा में आया था। अब एक बार फिर वंदे मातरम को लेकर शपथ ग्रहण में विवाद हुआ। एआईएमआईएम के पार्षदों, कार्यकर्ताओं ने कहा कि वंदे मातरम को लेकर जोर-जबरदस्ती का अधिकार किसी को नहीं है।
वंदे मातरम भूले, सांसदों की आपत्ति पर दुबारा कराया
शपथ ग्रहण समारोह में शुक्रवार को नगर निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई। समारोह की शुरूआत में वंदे मातरम गीत गाए जाने के दौरान इसमें त्रुटि हो गई। जिस कर्मचारी को मंच संचालक के साथ यह जिम्मेदारी दी गई थी, उसे वंदे मातरम सही तरीके से आता नहीं था। गंभीर चूक पर सांसद राजेंद्र अग्रवाल और राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी खुद मंच पर संचालक के पास गए और नाराजगी जताई। इस दौरान थोड़ी देर के लिए शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद प्रशासनिक और नगर निगम अफसरों में खलबली मच गई। सांसद राजेंद्र अग्रवाल तथा राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने खुद मंच को संभाला और माइक से समारोह में मौजूद लोगों से वंदे मातरम के लिए दुबारा से खड़े होने की अपील की ।
भारत सबका, कोई मजबूर नहीं कर सकता पीस पार्टी
पीस पार्टी के प्रवक्ता शादाब चौहान ने कहा कि संविधान के अनुसार कोई किसी की भारतीयता पर सवाल नहीं कर सकता और ना ही किसी नारे या गीत को मजबूर कर सकता। हम नहीं बोलेंगे वंदे मातरम और भारत माता की जय लेकिन गर्व से जय हिंद बोलते हैं, भारत हम सबका बराबर है। मेयर और पार्षद का काम जनसेवा का है, उन्हें वहीं करना चाहिए।