बेमेतरा
जिÞले के ग्रामीण अंचलों में नि:शुल्क घरेलू नल कनेक्शन देने का काम तेजी से किया जा रहा है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत घरों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए चलाए जा रहे है । अभियान के अंतर्गत अब बेमेतरा जिले के 688 गांव के 1,51,344 परिवारों में और ग्रामीण क्षेत्र के आसपास मजरों, टोलो आदि मिलाकर कुल 1,77,440 परिवारों में घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
नल कनेक्शन दिया जाना है। जिसमें अब तक 1,20,538 परिवारों को आंशिक तौर पर पानी की आपूर्ति शुरू हो गयी है। वहीं भारत सरकार के द्वारा जिले के 20 गांव को शतप्रतिशत पानी की पूर्ति का सर्टिफिकेट दिया गया है। ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों के घर-घर में नल कनेक्शन पहुंचाना सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है।कार्यपालन अभियन्ता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी आर.आर. धनंजय ने बताया कि जिले के 1219 स्कूलों और 988 आगंनबाड़ी केन्द्रों में रनिंग वाटर सप्लाई हो रही है, वहीं 103 गांव में आंशिक तौर पर पानी की सप्लाई प्रारंभ हो गयी है। वहां के ग्रामीण परिवार को अब पानी के लिए दूर नहीं जाना पड़ता।गांव में मिशन के तहत पानी की टंकियाँ निर्मित की गयी है।
जल जीवन मिशन महिलाओं के जीवन को आसान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को खास कर महिलाओं को बड़ी राहत मिल रही है। वही इस मिशन के माध्यम से जल संरक्षण को भी बढ़ावा मिला है। जिÞले की ग्रामीण महिलाओं समय सुर श्रम की भी बचत हुई है।पहले वह घर से दूर दूसरे जल स्रोतों से पीने का और घरेलू कामकाज के लिए पानी लाती थी ।जिसमें अधिक श्रम,ऊर्जा के साथ समय भी लगता था ।किंतु इस मिशन से अब उनके घर -आंगन में नल लगने से बड़ी राहत मिली है ।उनकी मुस्कुराहट इस बात की गवाह है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्रकुमार के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे जल जीवन मिशन के अंतर्गत राज्य में प्रति व्यक्ति, प्रतिदिन 55 लीटर के मान से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए सभी जिलों में कार्ययोजना तैयार कर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। इस मिशन के तहत घरेलू नल कनेक्शन के अतिरिक्त स्कूल, उप-स्वास्थ्य केंद्र एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी रनिंग वाटर की व्यवस्था की जा रही है।
ग्रामीण क्षेत्र के सभी घरों में सरकार द्वारा जल जीवन मिशन स्कीम (ग्रामीण) के तहत साल 2024 तक घरेलु नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पानी उपलब्ध कराया जायेगा। इसके लिए राज्य सरकार व केंद्र सरकार द्वारा अलग-अलग बजट का प्रावधान किया गया है।