PM Kisan सम्मान निधि की 15वीं किस्त 2 करोड़ किसानों को नहीं मिलेगी, जानें इसका कारण
नईदिल्ली
पीएम किसान की 15वीं किस्त का इंतजार कर रहे किसानों के लिए चिंतित करने वाली खबर है। साल 2021-22 के जुलाई-अगस्त की किस्त जहां 11.19 करोड़ किसानों के खातों में पहुंची थी, वहीं इस साल केवल 9.53 करोड़ किसानों के खातों में ही 2000 रुपये की रकम पहुंच पाई है। केंद्र और राज्य सरकारों की सख्ती के कारण बहुत सारे किसान लाभार्थियों की लिस्ट से बाहर हो गए हैं। पिछले एक साल में करीब 2 करोड़ किसान, जो इस योजना के तहत लाभ उठा रहे थे, अब वंचित हो गए हैं।
क्यों घट गए लाभार्थी: पीएम किसान पार्टल पर करीब 12 करोड़ किसान मोदी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत रजिस्टर्ड हैं। पिछले कुछ समय से डोर-टू-डोर सत्यापन, ई-केवाईसी की अनिवार्यता, खेत के कागजात के वेरीफिकेशन जैसे तमाम फिल्टर लगने के बाद अपात्र किसान इस लिस्ट से बाहर होते चले गए।
100 प्रतिशत पात्र किसानों के खातों में पहुंच रकम
पीएम किसान पोर्टल पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जुलाई 2023-24 की किस्त सभी राज्यों के करीब 100 प्रतिशत पात्र किसानों के खातों में पहुंच चुकी है। पीएम किसान पोर्ट पर 10 अगस्त 2023 के अपडेट तक लद्दाख में 14156 पात्र किसान ही पात्र पाए गए हैं। जम्मू-कश्मीर में 733804, हिमाचल प्रदेश में 740027, पंजाब में 857451, हरियाणा में 1539770, राजस्थान में 5689854 और मध्य प्रदेश में 7646500 किसान ही इस योजना के पात्र पाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में अब 18660331 लाभार्थी
इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 18660331 किसानों को अब 15वीं किस्त का लाभ मिल पाएगा। वहीं, बिहार के 7584538 किसान योजना के पात्र रह गए हैं। पश्चिम बंगाल में 4474761, झारखंड में 1309129, ओडिशा में 2703331, छत्तीसगढ़ में 2030470, महाराष्ट्र में 8562584 और गुजरात में 4518428 किसान अब इस योजना के पात्र हैं।
दक्षिण और पूर्वोत्तर राज्यों का हाल
अगर दक्षिण भारत के राज्यों की बात करें तो तेलंगाना में अब 2978394, आंध्र प्रदेश में 4173950, कर्नाटक में 4965327, गोवा में 5668 पुड्डुचेरी में 8698, तमिलनाडु में 2096428 और केरल में 2341810 किसान ही पीएम किसान सम्मान निधि के पात्र हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में सिक्किम में 10666, असम में 876149, अरुणाचल प्रदेश में 68874, मणिपुर में 14867 मिजोरम में 54619 किसान बेनिफिशियरी लिस्ट में हैं। मेघालय में 33389 और त्रिपुरा में भी 221493 किसान लाभार्थियों की सूची में हैं।
कब आएगी 15वीं किस्त
बता दें पीएम किसान सम्मान निधि के तहत लाभार्थी किसान परिवार को सालाना 6000 रुपये की सहायता मोदी सरकार द्वारा 2000-2000 रुपये के तीन किस्तों में दी जाती है। अब तक 14 किस्त जारी हो चुकी है। वित्तीय वर्ष के मुताबिक हर साल पहली किस्त अप्रैल-जुलाई, दूसरी अगस्त-नवंबर और तीसरी किस्त दिसंबर से मार्च के बीच जारी की जाती है। यानी 15वीं किस्त 30 नवंबर के पहले कभी भी आ सकती है।
कौन हैं अपात्र
- अगर किसान परिवार में कोई टैक्स देता है तो इस योजना का लाभ उसे नहीं मिलेगा। यानी पति या पत्नी में से कोई पिछले साल इनकम टैक्स भरा है तो उसे इस योजाना का लाभ नहीं मिलेगा।
- जो लोग खेती की जमीन का इस्तेमाल कृषि कार्य की जगह दूसरे कामों में कर रहे हैं या दूसरों के खेतों पर किसानी का काम तो करते हैं, लेकिन खेत के मालिक नहीं हैं। ऐसे किसान भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते।
- यदि कोई किसान खेती कर रहा है, लेकिन खेत उसके नाम नहीं है तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। अगर खेत उसके पिता या दादा के नाम है तब भी वे इस योजना का फायदा नहीं उठा सकते।
- अगर कोई खेती की जमीन का मालिक है, लेकिन वह सरकारी कर्मचारी है या रिटायर हो चुका हो, मौजूदा या पूर्व सांसद, विधायक, मंत्री उन्हें पीएम किसान योजना का लाभ नहीं मिल सकता।
- अपात्रों की लिस्ट में प्रोफेशनल रजिस्टर्ड डॉक्टर, इंजिनियर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट या इनके परिवार के लोग भी आते हैं
- किसान होते हुए भी यादि आपको 10000 रुपये महीने से अधिक पेंशन मिलती है, आप इस योजना के लाभार्थी नहीं हो सकते। इनकम टैक्स चुकाने वाले परिवारों को भी इस योजना का फायदा नहीं मिलेगा।