छत्तीसगढराज्य

महादेव बेटिंग ऐप केस में सौरभ चंद्राकर सहित 14 नाम

रायपुर.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ में हाल में सामने आए महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले (Mahadev Betting App Case) में चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच के संबंध में पहली चार्जशीट दाखिल कर दी है। ईडी ने करीब 9000 पन्नों की अपनी इस चार्जशीट में महादेव बुक ऐप के मेन प्रोमोटर सौरभ चंद्राकर (Sourabh Chandrakar) और रवि उप्पल सहित 14 लोगों को नामजद किया है। सूत्रों के अनुसार, इस मामले में कथित अपराध की अनुमानित आय करीब छह हजार करोड़ रुपये है।

अधिकारियों के मुताबिक, आरोपपत्र में सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, विकास छापरिया, चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल दम्मानी, सुनील दम्मानी, विशाल आहूजा, धीरज आहूजा, सृजन सहयोगी पुनाराम वर्मा, शिव कुमार वर्मा, पुनाराम वर्मा शिव कुमार वर्मा, यशोदा वर्मा और पवन नाथानी सहित 14 आरोपियों के नाम शामिल हैं। ईडी के बयान में कहा गया है, "ईडी ने 20 अक्टूबर, 2023 को स्पेशल मनी लॉन्ड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट (पीएमएलए) कोर्ट रायपुर में महादेव ऐप मामले में आरोप पत्र दायर किया है। अभियोजन शिकायत पर अगली सुनवाई 25 नवंबर, 2023 को तय की गई है। बयान में आगे कहा गया कि अभियोजन की शिकायत में किसी सेलिब्रिटी पर आरोप नहीं लगाया गया है। बीते दिनों, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कथित तौर पर केंद्र पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि क्या सरकार ने सट्टेबाजी ऐप पर प्रतिबंध नहीं लगाने के लिए चुनावी धन स्वीकार किया है।

शुक्रवार को रायपुर में सीएम ने कहा, "सट्टेबाजी ऐप पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार केंद्र सरकार को है, राज्य सरकार को नहीं। मेरा आरोप है कि यदि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ऐप पर प्रतिबंध नहीं लगा रही है, तो क्या आपने चुनाव के लिए फंड स्वीकार कर लिया है।"
महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप एक बड़ा सिंडिकेट है जो अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को नए यूजर्स को एनरोल करने, यूजर आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों के जरिए ऑनलाइन माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग करने में सक्षम बनाने के लिए ऑनलाइन प्लैटफॉर्म उपलब्ध कराता है।
ईडी ने इस साल सितंबर के मध्य में महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप से जुड़े ऑनलाइन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अपनी जांच का विवरण जारी किया था। एजेंसी ने कहा था कि वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर आदि को मुंबई से काम पर रखा गया था और नकद भुगतान करने के लिए हवाला चैनलों का इस्तेमाल किया गया था।

एजेंसी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव सट्टेबाजी मंच के दो मुख्य प्रमोटर हैं और दुबई से अपना संचालन चलाते हैं। उन्होंने उस देश में अपने लिए एक साम्राज्य बनाया था। एजेंसी ने हाल ही में रायपुर, भोपाल, मुंबई और कोलकाता में 39 स्थानों पर छापेमारी की थी और 417 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की थी। ईडी ने विदेश में भी गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। रायपुर की पीएमएलए कोर्ट ने संदिग्धों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी किया है। महादेव ऑनलाइन बुक ऐप के संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रही ईडी ने पिछले महीने छत्तीसगढ़ में छापेमारी और सट्टेबाजी सिंडिकेट से कनेक्शन के मामले में मेन लाइजनर सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जांच एजेंसी ने उन पर आरोप लगाया कि वह वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को 'प्रोटेक्शन मनी' के रूप में रिश्वत देने की कोशिश कर रहे थे। ईडी ने कहा था कि उसने ऐप के मनी लॉन्ड्रिंग ऑपरेशन में शामिल अन्य प्रमुख खिलाड़ियों की सफलतापूर्वक पहचान कर ली है। आरोपपत्र का मुख्य भाग 197 पृष्ठों का है, जबकि अनुलग्नकों (Annexures) में लगभग 8,800 और पन्ने जोड़े गए हैं। हालांकि, सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया था।

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